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बच्चों को सेक्युलर नहीं कट्टर हिंदू बनाएं: स्वामी आनंद स्वरुप

आसनसोल। HBCNews.in

हिंदू वह है जो हीनता को समाप्त करे: पुनीत इस्सर
इस्लाम की बुराइयों का जड़ है आसमानी किताब: मनोज रंजन

हिन्दू हीनता का पर्याय नहीं बल्कि गर्व का बोध कराने वाला शब्द है। स्वतंत्रता की लड़ाई के अंतिम चरणों में मुसलमानों ने नारा लगाया ‘लड़ के लेंगे पाकिस्तान, बट के रहेगा हिन्दुस्तान’ और भयंकर रक्तपात करके धर्म के नाम पर इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ पाकिस्तान की स्थापना की। अब यहां तो शेष राष्ट्र को स्वतः ही हिन्दू राष्ट्र हो जाना चाहिए लेकिन ऐसा हुआ नहीं। फिर भी संविधान निर्माताओं ने इसे उस काल में सेक्युलर घोषित नहीं किया लेकित छुद्र राजनैतिक स्वार्थ में आगे चलकर इसे सेक्युलर राष्ट्र घोषित कर दिया गया। उक्त बातें आसनसोल स्थित गुजरात भवन के विराट हिन्दू पंचायत को संबोधित करते हुए शाम्भवी पीठाधीश एवं शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष स्वामी आनन्द स्वरूप ने कही।

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हिन्दुओं की दशा दयनीय हो गयी है:

स्वामी आनन्द स्वरूप ने कहा कि आज स्थिति यह है कि बंगाल में यदि टोपी लगाए कोई मुसलमान कितना भी अपराध करे लेकिन पुलिस उस पर कोई कारवाई नहीं करती, जबकि यहां हिन्दुओं की दशा दयनीय है। इन सभी समस्याओं के समाधान हेतु भारत का हिन्दू राष्ट्र होना आवश्यक है लेकिन उससे पूर्व हम सबको कट्टर हिन्दू होना होगा। यदि कोई व्यक्ति तिलक नहीं लगाता, शिखा नहीं रखता या मन्दिर नहीं जाता तो उसे हिन्दू कहलाने का अधिकार नहीं है। हम हिन्दू बने,जाति के भेद को समाप्त करें, विषम परिस्थितियों में एक हिन्दू दूसरे हिन्दू की सहायता करें तो निश्चित ही हम अपने उद्देश्य में सफल होंगे। अपनी बेटी को जेहादियों से बचाना तो अनिवार्य है ही, अन्य धर्म की बेटियों को आदर सहित अपनी बहु बनाना एक मंदिर बनाने के पुण्य लाभ के बराबर है।

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आगामी चार वर्षों में होगी हिन्दू राष्ट्र की स्थापना:

स्वामी आनंद स्वरूप ने बल देकर कहा कि जय श्रीराम कोई बोले तो भी भरोसा न करें क्योंकि बहुत से मुसलमान भी छद्म वेश में जय श्रीराम बोलने लगे हैं। अपने बच्चों को सेक्युलर नहीं बल्कि कट्टर हिन्दू बनाये तभी भारत और विश्व का कल्याण सम्भव है। प्रत्येक हिन्दू को अपनी जनसंख्या वृद्धि पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है क्योंकि हिन्दू लगातार कम होते जा रहे हैं। इस्लाम का एक मात्र उद्देश्य है काफिरों का कत्ल और गजवा ए हिन्द। शेर की बलि कोई नहीं चढ़ाता केवल मेमने की बलि दी जाती है, इसलिए प्रत्येक हिन्दू शेर बने, तन को बज्र बनाये, मन से एकाग्र हो तो निश्चित ही आगामी चार वर्षों में हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होगी।

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हमे मन, वचन और कर्म से होना होगा हिन्दू:

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता व प्रसिद्ध अभिनेता पुनीत इस्सर ने कहा कि हिन्दू वह है जो हीनता को समाप्त करे। हिन्दू राष्ट्र के लिए जबको प्रयास करना होगा। पालघर के सन्यासियों की निर्मम हत्या पर जब चुप्पी हो गयी थी तब हमने एक फ़िल्म बनाया है ‘संहार’ जो समाज को संदेश देगी कि कैसे वामपंथियों ने अपने दोहरे चरित्र से देश का नुकसान किया है। हमे मन, वचन और कर्म तीनो से हिन्दू होना होगा। सनातन धर्म वह है जिसका न कोई आदि है, न ही अंत। विश्व के कल्याण और प्राणी मात्र से सद्भावना केवल सनातन धर्म ही सिखाता है, इसलिए धार्मिक मामलों में बिना संकोच के हमारा गर्व का भाव प्रदर्शित होना चाहिए। प्रत्येक मनुष्य के शरीर मे चार वर्ण हैं, उनकी प्रधानता से ही कर्म आधारित वर्ण व्यवस्था हमारा इतिहास है। हम अपने गौरवशाली अतीत को लेकर निश्चित ही भविष्य में गौरवशाली भविष्य का निर्माण करेंगे।

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विध्वंसकारी विचारधारा का समापन विश्व के लिए अपरिहार्य:

कार्यक्रम के दूसरे प्रमुख वक्ता व पाकिस्तान में 21 वर्षों तक रॉ के एजेंट रहे मनोज रंजन दीक्षित ने कहा कि इस्लाम की बुराइयों के जड़ ही इसकी आसमानी किताब है। एक तरफ जहां सनातन धर्म ‘यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवता’ की बात करता है। वहीं इस्लाम बहु, बेटियों को माल-ए-गनीमत मानता है। हर बुत परस्त उनकी नजर में काफिर है जिसका घात लगाकर कत्ल करने से शबाब प्राप्त होना है। इस विध्वंसकारी विचारधारा का समापन पूरे विश्व के लिए अपरिहार्य है।

कार्यक्रम को नरेंद्र खड़गा, राजकिशोर यादव, पारिजात चंदो, गौरांग डे, मानसी देवनाथ, अजय सिंह, जितेंद्र सिंह, प्रशांत सिंह, विकास पाण्डेय, विद्या सिंह आदि ने संबोधित किया। संचालन शिक्षाविद डॉ विद्यासागर उपाध्याय ने किया।

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