लखनऊ। उत्तर प्रदेश प्रदेश की सबसे बड़ी सब्जी मंडियों में शामिल लखनऊ की दुबग्गा मंडी में कोविड मानकों की धज्जियां उड़ रही है। लापरवाही का आलम यह है कि सब्जी की यह मंडी कोरोना मंडी में कभी भी तब्दील हो सकती है। भास्कर टीम की जांच में यह बात सामने आई है। यहां न मानकों की पालन हो रहा है न सैनिटाइजेशन की प्रॉपर कोई व्यवस्था है। शुक्रवार को लोग सामान लेने के लिए एक दूसरे पर चढ़े जा रहे थें । यहां तक की कई लोग तो मास्क भी नहीं पहुंने हुए है। यह नजारा सुबह सात बजे का है। मंडी सुबह पांच से दस बजे तक चलती है।
जानकारी के अनुसार, दुबग्गा मंडी से आसपास के दस जिलों में माल जाता है। इसमें बाराबंकी, सीतापुर, हरदोई, सुलतानपुर, रायबरेली जैसे प्रमुख और बड़े जिले भी शामिल है। स्थिति यह है कि यहां एक मीटर तो दूर की बात है एक फीट की सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा है।
यहां आए किसान उमेश का कहना है कि मंडी में इतने लोग आते है कि हम उसका पालन नहीं कर सकते है। प्रतिदिन करीब 20 हजार से ज्यादा आढ़ती और किसानों का यहां जमावड़ा लगता है। इसकी वजह से सोशल डिस्टेंसिंग पूरी तरह से फेल दिखती है।
जहां जागरुकता की जरूरत वहीं सबसे खराब स्थिति
मुख्य गेट पर मंडी समिति का चेक पोस्ट भी लगा है। यहां हर समय लाउडस्पीकर के माध्यम से लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनने की अपील की जा रही है। लेकिन इसके सामने ही सबसे ज्यादा मानकों की धज्जियां उड़ रही है। स्थिति यह है कि कई लोग तो बिना मास्क के ही नजर आते है।
एक बार में हजारों लोगों पर संक्रमित होने का खतरा
यहां अगर एक व्यक्ति संक्रमित होता है तो उसके संपर्क में हजारों लोग आ जाते है। यहां जांच को लेकर कभी कैंप नहीं लगता है। किसानों ने बताया कि यहां कभी सैनिटाइजेशन का काम भी नहीं होता है। लेकिन वह लोग सामने आकर विरोध नहीं कर पाते है। क्योंकि समिति के पदाधिकारी परेशान करने लगते है।