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डकैत गौरी यादव के लिए 7 IPS ने मिलकर फैलाया जाल

चित्रकूट।  जंगल में डकैत गौरी यादव के एक नहीं कई ठिकाने हैं। दो राज्यों के बीच की दूरियां भी उसके लिए मायने नहीं रख रही हैं, इसलिए मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की पुलिस अपने-अपने क्षेत्र में उसकी तलाश करने में लगी हुई है। बीते 22 जून से डकैत गौरी का कोई सुराग हाथ नहीं लगा है।

ऐसे में यूपी के चित्रकूट के जंगलों में 7 IPS ने मिलकर उसे पकड़ने की प्लानिंग तैयार की है। इन IPS का जंगल में सर्च ऑपरेशन का लंबा अनुभव है। कई बार डकैतों से मुठभेड़ भी हो चुकी है। टीम का नेतृत्व करने के लिए ये सभी पुलिस अधिकारी खुद जंगल में उतरे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने गौरी पर 5 लाख जबकि मध्य प्रदेश सरकार ने 50 हजार का इनाम रखा है।

IPS उमेश जोगा जंगलों में कॉम्बिंग के एक्सपर्ट

टीम में शामिल IPS उमेश जोगा ने ददुआ और ठोकिया के जमाने में भी डकैतों के सफाए के लिए साल 2009 से 2007 तक कॉम्बिंग की है। तब वह रीवा में SP थे। इनकी डकैतों से कई बार आमने-सामने मुठभेड़ भी हो चुकी है। साल 2018 में उमेश जोगा आईजी रीवा बनकर आए। जंगलों और डकैतों से भलीभांति वाकिफ होने के कारण साल 2019 में 7.30 लाख के इनामी बबली कोल और ढाई लाख के इनामी लवलेश कोल को जंगल में मुठभेड़ में मार गिराया था। इसके बाद ट्रांसफर होने पर भोपाल चले गए और 2021 में फिर से रीवा आईजी बनकर आ गए। रीवा आने के पहले वह चंबल की घाटी ग्वालियर में भी तैनात रहे हैं।

IG सत्य नारायण भी जगंलों में उतरे

आईजी चित्रकूट धाम मंडल के सत्य नारायण 2009 में बांदा एसपी के रूप में कार्यरत थे। डकैतों से कई बार मुठभेड़ की और आज आईजी के रूप में चित्रकूट धाम मंडल में हैं और डेढ़ लाख के इनामी डकैत गौरी यादव के लिए धरपकड़ अभियान में जंगलों में कांबिंग कर रहे हैं।

DIG रीवा अनिल कुशवाहा डेढ़ लाख के इनामी डकैत गौरी यादव के खिलाफ पुलिस बल के साथ कई बार जंगलों में कांबिंग के लिए उतरे हैं।

रीवा SP राकेश सिंह रीवा जिले के जंगलों में डेढ़ लाख के इनामी डकैत गौरी यादव के खिलाफ कांबिंग में उतर चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है।

चित्रकूट SP अंकित मित्तल पहले दिन सर्च ऑपरेशन में लगे

इनकी ज्वाइनिंग साल 2016 में मेरठ में हुई थी। मेरठ में पांच बार इनामी डकैतों के साथ मुठभेड़ हुई और एक मारा गया था। साल 2018 में मुरादाबाद में ज्वाइनिंग हुई। मुरादाबाद में भी इनामी बदमाशों के साथ 12 बार मुठभेड़ हुई थी। 2019 में चित्रकूट आए थे। साल 2020 में 6 मुठभेड़ हुई थी जिसमें 25000 का इनामी डकैत भालचंद यादव मारा गया था। एक मुठभेड़ में 50 हजार के इनामी डकैत हनी को गोली लगी थी। फिर पुलिस ने पकड़ कर जेल भेजा था उसी के साथ 25000 का इनामी डकैत और पकड़ा गया था।

सतना एसपी धर्मवीर सिंह को भी जंगल का अनुभव

डेढ़ लाख के इनामी डकैत के खिलाफ कई बार जंगलों पर उतरे लगभग डेढ़ सौ पुलिस बल के साथ जंगलों की खाक छानी है। इन्होंने मझगवां थाना क्षेत्र के 15 हजार के इनामी डकैत को पकड़ कर गिरफ्तार किया था।

अभिजीत चौकसे ट्रेनी IPS

साल 2021 में चित्रकूट एसडीओपी बनकर आए और डेढ़ लाख के इनामी डकैत के खिलाफ लगभग 2 हफ्तों से पुलिस बल के साथ कॉम्बिंग कर रहे हैं।

तेज बारिश के बीच आईजी ने की थी कॉम्बिंग

वहीं, बीते 28 जून की तेज बारिश के बीच आईजी चित्रकूटधाम रेंज के सत्य नारायण व एसपी अंकित मित्तल ने भारी फोर्स के साथ चित्रकूट के मानिकपुर के चुरेह केसरुवा जंगल में कॉम्बिंग की। आईजी ने बताया कि डकैत गौरी को सक्रिय होते देख शासन से इनाम राशि बढ़ाए जाने की संस्तुति भेजी गई। जंगल मे अपनी हनक बनाने के लिए अभी हाल में ही डकैत गौरी यादव ने वन विभाग के कई काम बाधित भी किए थे। लगातार उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की पुलिस कॉम्बिंग कर रही है। डकैत की की गैंग में लगभग 6 या 7 सदस्य हैं।

आधा दर्जन सदस्य ही बचे हैं गैंग में

पुलिस अधीक्षक अंकित मित्तल ने बताया कि डकैत गौरी यादव के साथ ज्यादा सदस्य नहीं बचे हैं। डेढ़ लाख के इनामी डकैत के कई इनामी सदस्य उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा और मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा बीते दिनों पकड़े गए हैं। इसकी गैंग में लगभग 6 या 7 सदस्य हैं। अंकित मित्तल ने बताया कि चित्रकूट पुलिस की 6 टीमें बनाई गई हैं, जो कि अलग-अलग कांबिंग कर रही हैं।

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