जौनपुर। जिले के लगभग 55 किमी दूर सुरेरी थाना अंतर्गत कबीरुद्दीन गांव के हालत 2 दिन में ही बदल गए हैं। थाने से लगभग 8 से 10 किमी दूर गांव में चारों तरफ पुलिस का पहरा लगा हुआ है। गांव में आने वाले बाहरी लोगों से पुलिस पूछताछ भी कर रही है। गांव में सन्नाटा पसरा है। इक्का दुक्का लोग दिख तो रहे हैं लेकिन मीडिया से बातचीत नहीं करना चाहते हैं।
दरअसल, बीते 25 अगस्त को इस गांव में विशेष समुदाय के लड़कों की छेड़छाड़ से तंग आकर 16 वर्षीय एक लड़की ने सुसाइड कर लिया था। उसने सुसाइड नोट में आरोपियों का नाम भी लिखा था। अपने पापा को मैसेज में लिखा था ‘पापा मेरी मौत का बदला जरूर लेना’। हालांकि, इस मामले में दो आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। जिसमे आरोपी रुस्तम के दादा अली रजा और चाचा वारिस को गिरफ्तार किया गया है। जबकि मुख्य अभियुक्त रुस्तम फरार है।
50 घरों में सिर्फ 12 घर हैं हिंदुओं के
कबीरुद्दीन गांव में दो समुदाय का मामला होने की वजह से शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए पुलिस फोर्स लगी हुई है। स्थानीय लोगों की मुताबिक घटनास्थल के आसपास लगभग 50 घरों में सिर्फ दर्जन भर घर ही हिंदुओं के हैं। नाबालिक बेटी के घर से लगभग दो से तीन घर छोड़कर ही आरोपी रुस्तम का पैतृक घर है। स्थानीय लोग बताते हैं कि आरोपी आवारा किस्म का 22 साल का लड़का है। आये दिन उसका किसी न किसी से विवाद होता ही रहता है। वह मोहल्ले की लड़कियों पर फब्तियां भी कसता रहता है। जिसे लेकर उसे कई बार मोहल्ले वालों ने समझाया भी है।
पिता बोले बेटी को इंसाफ दिला कर रहूंगा
बेटी का अंतिम संस्कार कर घर के बाहर सफेद गमछा लपेटे बैठे पिता सुरेंद्र गुप्ता से जैसे ही उनका दर्द पूछा गया वह फफक पड़े। वह बोले कि मेरे दो बेटे और एक बेटी थी। परिवार को खुश रखने के लिए मैं मुंबई में रहकर ऑटो चलाता था। रात दिन काम करता था ताकि मैं अपने परिवार को हर ख़ुशी दे सकूं। मेरी बेटी बहुत स्वाभिमानी थी। बीते तीन महीनों से वह परेशान थी। डिप्रेशन में चल रही थी लेकिन किसी को कुछ नहीं बताती थी। जब पूछो तो सिरदर्द का बहाना बनाती थी। हम लोग भी नहीं समझ पाए। बस उसे दवा दे दिया करते थे।
अभी उसने 8वीं पास किया था। पढ़ने में भी अच्छी थी। सुरेंद्र कहते हैं कि अभी 15 दिन पहले मैं लौटा हूं। वह गुमसुम रहती थी लेकिन किसी से कुछ बताया नहीं। बिना कुछ कहे मेरी बेटी चली गयी। उसे इंसाफ दिलाने के लिए जो करना पड़े करूंगा। अपनी बेटी को इंसाफ दिला कर रहूंगा।
7 दिन पहले गांव में नजर आया था रुस्तम
स्थानीय लोगों के मुताबिक आरोपी रुस्तम का पिता सऊदी अरब में काम करता है। यहां घर में मां, चाचा, दादा और परिवार के अन्य सदस्य रहते हैं। पिता के पैसों से ही एक मकान यहां से कुछ दूर कठिरांव में बनवाया हैं। अब पैतृक घर पर बहुत कम आरोपी का परिवार रहता है। गांव वालों का कहना है कि रुस्तम हाथ से निकल चुका है। सऊदी से उसके पिता रूपए भेजते हैं और वह यहां उड़ाता है। स्थानीय लोगों के मुताबिक 7 दिन पहले मुख्य आरोपी गांव में नजर आया था।
रुस्तम पर इनाम घोषित कर सकती है पुलिस
मामला दो वर्गों से जुड़ा होने के कारण हाईप्रोफ़ाइल हो गया है। पुलिस ने इस मामले में 4 टीम बना ली हैं। सर्विलांस के माध्यम से मुख्य आरोपी को ट्रेस करने के प्रक्रिया भी चल रही है। सीओ संत प्रसाद उपाध्याय से लेकर कई थानों की पुलिस लगातार चक्कर काट रही है। मगर उनके हाथ अभी तक खाली हैं। ऐसे में यह माना जा रहा है कि पुलिस जल्द ही मुख्य आरोपी पर इनाम की घोषणा कर सकती है। यह माना जा रहा है कि पुलिस लगभग 25,000 रुपये का इनाम घोषित कर सकती है।
लड़की की पीएम रिपोर्ट में कोई चोट के निशान नहीं
16 वर्षीय लड़की की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण फांसी पर लटकना बताया गया है। सीओ संत उपाध्याय बताते हैं कि पीएम रिपोर्ट से स्पष्ट है कि लड़की ने आत्महत्या की है। पीएम रिपोर्ट में किसी भी प्रकार की अंदरूनी और बाहरी चोट जैसी बात नहीं है।