लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव मंगलवार को लखनऊ से दिल्ली रवाना हुए हैं। वह यहां दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात भी कर सकते हैं। माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव से पहले यूपी में आम आदमी पार्टी और सपा के बीच गठबंधन हो सकता है। इसके कयास तब शुरू हो गए थे, जब अखिलेश यादव को जन्मदिन की बधाई देने 3 दिन पहले आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह उनके घर पहुंचे थे।
दिल्ली से सटी गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर की 10 विधानसभा सीटों पर नजर
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल यूपी में राजनीतिक दखल बढ़ाने के लिए दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद की सीटों पर मंथन कर रहे हैं। आम आदमी पार्टी के सूत्रों के मुताबिक केजरीवाल की पहली गिरफ्तारी गाजियाबाद में हुई थी।
यूपी में बीते 1 साल से सक्रिय आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी संजय सिंह लगातार अलग-अलग मुद्दों पर यूपी सरकार को घेर रहे हैं। 3 दिन पहले अखिलेश यादव से संजय सिंह ने मुलाकात कर राजनीतिक हलचलें बढ़ा दीं। ग्रेटर नोएडा गाजियाबाद में कुल 10 विधानसभा सीटें आती हैं।
अखिलेश ने कहा था- केवल छोटी पार्टियों से ही करेंगे गठबंधन
अखिलेश यादव ने कई बार अपने बयान में कहा है कि वह यूपी में सक्रिय छोटे दलों से गठबंधन करेंगे। ऐसे में आप के साथ गठबंधन करने को लेकर चर्चाएं और तेज हो गई हैं। अखिलेश यादव ने अपने बयान में स्पष्ट किया है कि वह किसी भी राष्ट्रीय पार्टी से गठबंधन न करके छोटे-छोटे जातीय और अन्य क्षेत्रीय दलों से गठबंधन कर उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा को टक्कर देंगे।
7 माह पहले अरविंद केजरीवाल ने यूपी में चुनाव लड़ने का किया था ऐलान
आप पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सात माह पहले यूपी में विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। तब उन्होंने कहा था, ‘यूपी के लोग दिल्ली क्यों आ रहे हैं? ऐसा इसलिए क्योंकि वहां सुविधाएं नहीं हैं। अगर दिल्ली में सुविधाएं तैयार की जा सकती है तो UP में ऐसा क्यों नहीं हो सकता। UP ने अब तक गंदी राजनीति देखी है। ऐसे में अब उसे नया मौका मिलना चाहिए।’