बैतूल। HBCNews.in
मोदी सरकार के बनाए गए तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ देश के कई राज्यों के किसान दिल्ली सहित अपने-अपने राज्य में आंदोलन कर रहे हैं। आंदोलन कर रहे किसान नेताओं का कहना है कि सरकार खेती-किसानी में प्राइवेट कंपनी को बढ़ावा दे रही है, जो सही नहीं है। वहीं, सरकार कह रही है कि कॉन्ट्रेक्ट फॉर्मिंग से किसानों की आय बढ़ेगी।
इस बीच मध्य प्रदेश के बैतूल से एक सनसनीखेज एवं सरकार के वादों पर सवाल खड़े करने का मामला सामने आ रहा है कि यहां कॉन्ट्रैक्ट फॉर्मिंग करने आई कंपनी ने 200 भोले-भाले किसानों को अपना शिकार बना लिया। कंपनी ने किसान को अधिक लाभ का लोभ दिया और 2018 में सहजन की खेती के लिए कॉन्ट्रैक्ट किया। अब किसानों को धोखा देकर कंपनी भाग गई और किसानों को केस तक दर्ज कराने में संघर्ष करना पड़ रहा है।
एक किसान ने बताई कॉन्ट्रैक्ट फॉर्मिंग की सच्चाई:
बैतूल जिले के भैसदेही गांव में पांच एकड़ जमीन के मालिक नदीम के अनुसार, कंपनी की पहचान UWEGO Agri Solutions Private Limited के रूप में की गई थी, जिसे राज्य सरकार के बागवानी विभाग द्वारा किसानों के बीच लाया गया था। किसान ने कहा कि मैंने राज्य सरकार के बागवानी विभाग की सिफारिशों पर भरोसा करके सितंबर 2018 में एक प्राइवेट कंपनी के साथ अनुबंध पर हस्ताक्षर किया था।
किसान ने कंपनी को दिए थे 40,000 रुपये:
अनुबंध के अनुसार, मुझे हस्ताक्षर के समय प्रति एकड़ 20,000 रुपये का भुगतान करना था। मैंने अपनी दो एकड़ जमीन का पंजीकरण कराया और 40,000 रुपये जमा किए थे। कंपनी ने दावा किया था वह हमें शुरू में बीज या पौधे और तकनीकी ज्ञान प्रदान करेगा और उपज होने के बाद फसल भी कंपनी ही खरीदकर ले जाएगी।
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न मिला पौधा और न गई अन्य फसल:
किसान का कहना है कि पैसा जमा करने के बाद उसे पौधे ही नहीं दिए गए और 17 सितंबर, 2019 को पहली बार किसान ने जिला कलेक्टर को मामले की सूचना दी। इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई और इसके बाद किसानों ने कई शिकायतें की हैं लेकिन कुछ भी नहीं हुआ है।