बाराबंकी। जिले में शुक्रवार को उस समय हड़कंप मच गया जब कोरोना की जांच न कराने पर एक कोटेदार ने राशन देने से इनकार कर दिया। जिसके बाद ग्रामीणों की नाराजगी इतनी बढ़ी कि वे लोग कोरोना जांच टीम को लाठी डंडा से मारने-पीटने पर उतारू हो गए। जांच टीम के सदस्य किसी तरह जान बचाकर मौके से भागे। ग्रामीणों ने कोटेदार का राशन वितरण रजिस्टर भी फाड़ दिया।
जानकारी के अनुसार, मामला बाराबंकी में कोठी थाना के ग्राम कोटवा का है। जहां कोटे की दुकान पर कोरोना टेस्ट करने गई टीम पर ग्रामीणों ने हमला बोल दिया। जिसके बाद कोरोना जांच करने गई टीम ने किसी तरह मौके से भागकर अपनी जान बचाई।
कोटेदार की दुकान पर जांच करने पहुंची थी हेल्थ टीम
दरअसल गांव में बंसीलाल नाम के कोटेदार की दुकान पर सीएचसी कोठी की टीम राशन लेने वाले लोगों का कोरोना टेस्ट कर रही थी। जहां कुछ लोगों ने टेस्ट कराया लेकिन थोड़ी देर बाद कुछ ग्रामीण राशन लेने आये तो उन्होंने कोरोना टेस्ट कराने से मना कर दिया। जिस पर कोटेदार ने टेस्ट कराने के बाद राशन देने की बात कही। जिसके बाद भी ग्रामीण नहीं माने। कई बार कोटेदार द्वारा जांच कराने को कहने पर ग्रामीण भड़क गए और घरों से लाठी-डंडों से लैस होकर मौके पर आ गए।
ग्रामीणों के डर से टीम बैरंग वापस लौटी
बताया जा रहा है कि सभी मौके पर विवाद करने लगे। जिसके बाद हमले के डर से जांच करने गई टीम वहां से बैरंग वापस लौटी और इसकी शिकायत विभाग के आलाधिकारियों समेत कोठी थाने में की। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि टीम में लोग महिलाओं को कोरोना न टेस्ट कराने पर जबरदस्ती अभद्रता के साथ टेस्ट कराने को कह रहे थे। इस घटना से संबंधित वायरल वीडियो में ग्रामीण लाठी-डंडा लेकर शोर मचा रहे हैं। ग्रामीणों को देखकर स्वास्थ्य कर्मी अपना सामान समेटकर कार में बैठने के लिए जाते दिख रहे हैं।
वहीं इस मामले में पुलिस का कहना है कि सीएचसी टीम की तरफ से मिली शिकायत के आधार पर पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।