मिर्जापुर: मोबाइल गेमिंग बच्चों के साथ-साथ उनके परिजनों के लिए भी काफी हानिकार है। बच्चों में बढ़ती मोबाइल गेल की लत कभी-कभी उनकी जान ले लेती है तो कभी उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचा देती है। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर से सामने आया है। यहां पब्जी के भारतीय वर्जन वीजी एम आई गेम को खेलते समय बच्चे को इतना गुस्सा आया कि उसने अपनी चाची और दो चचेरे आई पर जानलेवा हमला कर दिया। इसमें हमलें में तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा। तो वहीं, अब पुलिस ने आरोपित भतीजे को गिरफ्तार कर लिया है।
यह घटना मिर्जापुर जिले के कटरा कोतवाली थाना क्षेत्र के पेहटी का चौराहे के पास की है। एएसपी सिटी संजय वर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में मामले का खुलासा करते हुए बताया कि पेहटी चौराहा मोहल्ले में अंजनी केसरी का मकान है। चार सितबंर की रात तीसरे तल पर अंजनी के कमरे में उसकी पत्नी पुनीता केसरी (32) व दोनों बच्चे विराट केसरी (7) व तेजस (5) छत पर संदिग्ध परिस्थितियों में जख्मी अवस्था में मिले थे। जिन्हें इलाज के लिए वाराणसी ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया था।
बता दें, पुलिस ने परिजनों की तहरीर पर अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच पड़ताल में जुट गई थी। छानबीन के दौरान पुलिस को दूसरे छत पर खून से सनी गंजी व लोहे का बट्टा मिला था। जिससे महिला व बच्चों पर हमला किया गया था। एएसपी सिटी ने बताया कि पुलिस की 19 दिनों की छानबीन के बाद हमलावर पकड़ा गया। चाची व चचेरे भाइयों पर हमला करने वाला कोई ओर नहीं, बल्कि उनका भतीजा सार्थक ही था। पुलिस ने आरोपित भतीजे को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ की तो उसने बताया कि उसे मोबाइल गेम खेलने का लत है।
एएसपी सिटी ने बताया कि मोबाइल में पब्जी गेम का भारतीय वर्जन है, उस समय वह वही खेल रहा था। इस दौरान उसे काफी अधिक तनाव और उत्तेजना आई जिससे मौके पर मौजूद लोहे के खलबट्टा से उसने अपनी चाची और छत पर मौजूद दोनों बच्चों पर हमला कर लहूलुहान कर दिया। इसके बाद उन्हें छत पर छोड़ दिया। खून से सनी गंजी व लोहे के बट्टे को पड़ोस के छत पर फेंक दिया था। हाथ मुंह धुलने के बाद वापस घर में आकर बैठ गया था। जिससे किसी को आरोपित पर शक भी नहीं हुआ था। फिलहाल पुलिस ने उसे बाल सुधार गृह भेज दिया है।