वाराणसी। छात्रा के साथ छेड़खानी के विरोध में वाराणसी स्थित BHU के छात्र-छात्राएं सेंट्रल ऑफिस पर प्रदर्शन कर रहे हैं। भगत सिंह छात्र मोर्चा के सदस्य कैंपस में यौन हिंसा से मजबूती से निबटने की मांग उठा रहे हैं। दल में मौजूद छात्राओं ने कहा कि कैंपस में महिला सुरक्षा में हर रोज लापरवाही होती रहती है। क्या इससे निबटने के लिए विश्वविद्यालय के पास कोई उपकरण नहीं है।
उन्होंने विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले हर विद्यार्थी की सुरक्षा की जिम्मेदारी लेने की मांग की। कहा कि BHU की रैंकिंग भले ही कुछ रिपोर्ट में शिक्षा में तीसरी हो मगर महिला सुरक्षा के नाम पर बहुत पिछड़ा है। एम की छात्रा से छेड़खानी के 1 आरोपी को भले ही गिरफ्तार कर लिया गया हो मगर हमारा आंदोलन कैंपस में आए दिन हो रही सभी यौन हिंसा की घटनाओं को खत्म करने के लिए है।
करेंगे 2017 से भी बड़ा आंदोलन
छात्राओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि विश्वविद्यालय ने सुरक्षा को देखते हुए आवश्यक कदम नहीं उठाया तो हम सभी 2017 वाले आंदोलन से भी बड़ा विरोध करने को मजबूर होंगे। विरोध प्रदर्शन करने के बाद छात्राओं ने कार्यवाहक कुलपति प्रो. वी के शुक्ल को संबोधित एक ज्ञापन भी अधिकारियों को सौंपा। छात्राओं ने बताया कि कुछ ही दिन पहले त्रिवेणी हॉस्टल की एक लड़की के साथ तीन लड़कों ने करीब आधे घंटे तक छेड़छाड की और उसके दोस्त को भी पीटा। इससे विश्वविद्यालय में रहने वाली छात्राओं और परिजनों के बीच डर बैठ गया है कि कहीं अगला नंबर उनका ही न हो। इस घटना पर प्राक्टोरियल बोर्ड बेहद ढीला और असंवेदनशील रवैया देखने को मिला।
रोज करते हैं अश्लील कमेंट
कैंपस में लगातार ऐसी घटनाएं अमूमन होती हैं, जबकि कुछ मामले सामने आते ही नहीं। आए दिन सड़क पर लंपट लड़कियों पर अश्लील कमेंट और छेड़छाड करते हैं। प्रशासन सुरक्षा देना तो दूर यौन हिंसा करने वाले लोगों पर कोई कार्रवाई भी नहीं करता है। छात्राओं ने कहा कि प्रशासन और सरकार महिला सुरक्षा का झूठा स्वांग रचना छोड़ दे। जिन पार्टियों के नेता अपने तमाम भाषणों में महिला सशक्तिकरण का इस्तेमाल करते हैं उसी के नेता और छात्र संगठन बलात्कार और छेड़खानी जैसे मामलों में शामिल होते हैं। बीएचयू प्रशासन को चेतावनी देने में पूजा, शुभम, राधिका, योगेश , चंदन, अभिषेक, आकांक्षा, इप्शिता, कमल, राकेश, सुमित, खेता, अवनीश आदि शामिल रहे।