लखनऊ। उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण मामले का खुलासा होने के बाद जांच एजेंसियां सतर्क हो गईं हैं। पिछले 7 महीने के अंदर धर्मांतरण का रिकॉर्ड देखें तो इस बीच करीब 50 मुकदमे दर्ज हुए हैं। इनमें सबसे ज्यादा मामले मेरठ और बरेली से सामने आए हैं। मेरठ में इन 7 महीने के अंदर धर्मांतरण के 12 मामले दर्ज हुए हैं, जबकि बरेली में 10 FIR हुई है।
राज्य सरकार ने पिछले साल 27 नवंबर को जबरन धर्मांतरण पर रोक लगाने के लिए ‘धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अध्यादेश–2020’ लागू किया था। ADG कानून–व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि प्रदेश में जबरन धर्मांतरण कराए जाने की शिकायत मिलने पर पुलिस तुरंत कार्रवाई कर रही है।
अब तक 130 नामजद हुए, 78 गिरफ्तार हुए और 25 फरार
मेरठ जोन में धर्मांतरण के सबसे ज्यादा 12 मामले दर्ज हुए हैं। इसके बाद बरेली जोन में 10, गोरखपुर जोन में सात, नोएडा पुलिस कमिश्नरेट में पांच, लखनऊ कमिश्नरेट और वाराणसी जोन में चार–चार, आगरा जोन में तीन, प्रयागराज जोन में दो, कानपुर कमिश्नरेट और लखनऊ जोन में एक–एक मामला दर्ज किया गया है।
इन मामलों में 130 अभियुक्तों को नामजद किया गया था जिसमें से 78 गिरफ्तार हो चुके हैं। पांच आरोपियों ने अदालत में आत्मसमर्पण किया था। वहीं 25 अभी भी फरार चल रहे हैं। इनमें से 22 मामलों में पुलिस ने कोर्ट में आरोप पत्र भी दाखिल कर दिए हैं। पुलिस 25 मामलों में विवेचना कर रही है। तीन मामलों में आरोप गलत पाए जाने पर अदालत में फाइनल रिपोर्ट दाखिल की गई है।
ATS कर रही शिकायतों का इंतजार
ATS द्वारा प्रदेश में अवैध धर्मांतरण कराने के आरोप में गिरफ्तार किए गए मोहम्मद उमर गौतम और मौलाना जहांगीर के खिलाफ पीड़ितों द्वारा शिकायत दर्ज कराने का इंतजार है। सूत्रों की मानें तो ATS के पास तमाम शिकायतें आ रही हैं जिनकी गहनता से जांच की जा रही है। जांच पूरी होने पर आरोपितों और उनके बाकी साथियों के खिलाफ कुछ अन्य मुकदमे भी दर्ज किए जा सकते हैं।
इस मामले में एटीएस ने केंद्रीय महिला एवं बाल कल्याण मंत्रालय के एक अधिकारी से भी पूछताछ की है। फिलहाल पुलिस की जांच उन स्कूलों पर केंद्रित है जहां उमर गौतम लगातार आता था और बच्चों का धर्मांतरण कराने के लिए ब्रेनवॉश करता था। DGP मुख्यालय ने भी इस संबंध में जिलों के पुलिस कप्तानों से एटीएस का जांच में सहयोग करने का निर्देश दिया है। वहीं दूसरी ओर ईड़ी ने भी इस मामले मे मनी लांड्रिंग का केस दर्ज करने के साथ एटीएस द्वारा जुटाए गये एविडेंस की जानकारी मांगी है। ईड़ी जल्द ही इस मामले मे कई स्थानों पर छापेमारी की तैयारी कर रही है।