बलिया। उत्तर प्रदेश में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच प्रदेश में गंगा घाटों पर अनगिनत शवों को दफनाया जा रहा है। इसको लेकर कई खबरें भी सामने आ चुकी हैं और यूपी सरकार की तरफ से गंगा में शव फेंकने को लेकर प्रतिबंध भी लगा दिया गया है। लेकिन बलिया में हुई बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि जिले के माल्देपुर घाट पर पुलिस की मौजूदगी में शव को टायर रखकर जलाया गया। इस खबर से आस पास में सनसनी फैल गई संवेदनहीनता के आरोप में पांच पुलिसकर्मियों को किया गया सस्पेंड कर दिया गया है।
जानकारी के अनुसार, बलिया में पुलिस की संवेदनहीनता सामने आई है। यहां गंगा में बहती लाशों को निकाल कर चिता पर लकड़ी के साथ-साथ टायर भी रख दिए गए। मामला सामने आने के बाद पांच सिपााहियों को सस्पेंड कर दिया है।
एसपी विपिन टाडा ने बताया कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है। इस मामले का पता चलते ही वहां मौजूद मांच पुलिसकर्मियों को संवेदनहीनता के आरोप में निलंबित कर दिया गया है।
गाजीपुर, बनारस और प्रयागराज समेत कई जिलों में मिलीं थी बहती लाशें
इससे पहले बनारस, गाजीपुर और बलिया के अलावा बिहार के कुछ जिलों में भी गंगा नदी में लाशें मिली थीं। प्रशासन ने इन्हें निकलवाकर अंतिम संस्कार का फैसला लिया। कई जगह तो लाशोंं को गंगा के किनारे ही दफना दिया गया लेकिन बलिया से शर्मनाक वीडियो सामने आया।
यहां गंगा नदी से लाशों को निकालने के बाद सही तरीके से उनका अंतिम संस्कार नही किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में साफ दिख रहा है कि चिता पर लड़की के साथ टायर रखे गए हैं। शव को जल्दी से जलाने के लिए बीच-बीच में उसपर पेट्रोल भी छिड़का जा रहा है। यह सब सिपाहियों की मौजूदगी में होता है।