वाराणसी। जिले में बारिश का सिलसिला मंगलवार की रात से जारी है। बारिश और बादलों की वजह से वाराणसी में तापमान का पारा 2 दिन में 6 डिग्री सेल्सियस से भी ज्यादा गोते लगा चुका है। वाराणसी में गुरुवार की सुबह तक 68 मिलीमीटर से अधिक बारिश रिकार्ड की गई। वहीं तेज ठंडी हवाओं का दबाव भी बना हुआ है। इसके चलते अधिकतम तापमान सामान्य से 8 डिग्री सेल्सियस कम 26 डिग्री सेल्सियस रहा और न्यूनतम तापमान 2 डिग्री सेल्सियस कम होकर 24 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया। इससे बुधवार की रात लोगों को गुलाबी ठंड का भी एहसास हुआ और एसी-कूलर बंद करना पड़ा।
आज के बाद बारिश थोड़ी कम हो जाएगी
बीएचयू के मौसम विज्ञानी प्रो. मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि मानसून की सक्रियता बारिश के दिनों को और बढ़ा सकती है। बंगाल की खाड़ी की ओर से आ रहे बादल काफी हद तक हिमालय और पश्चिम के इलाकों में शिफ्ट हो चुके हैं। इसके चलते वाराणसी में गुरुवार के बाद बारिश थोड़ी कम हो जाएगी मगर तापमान में उतार-चढ़ाव अब अगस्त में 5-7 डिग्री सेल्सियस के ही आसपास रहेगा। इस तरह से लोगों को देर रात के बाद भोर तक थोड़ी-थोड़ी ठंड भी महसूस होगी।
अक्टूबर की शुरूआत में नवंबर की ठंड का होगा एहसास
प्रो. मनोज ने बताया कि इस साल सितंबर के अंतिम सप्ताह से तापमान में गिरावट तेजी से होने लगेगी। इससे लोगों को अक्टूबर की शुरुआत में ही ऐसा लगेगा कि नवंबर की ठंड शुरू हो गई है। दरअसल, इस बार प्रशांत महासागर में बने ला-नीना या कोल्ड वेवकंडीशन के कारण देश में बारिश अधिक होने का अनुमान लगाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ला-नीना भारत की खेती-बाड़ी के लिए काफी उपयुक्त है। मानसून आधारित कृषि और उससे जुड़ी अर्थव्यवस्था के लिए ला-नीना काफी मददगार है। ला-नीना तब होता है जब समुद्र का पानी ठंडा होकर स्थल के मौसम को प्रभावित करने लगता है।