अमरोहा। जिले में तिगरी गंगा घाट पर गुरुवार को अमावस्या के मौके पर सैकड़ों लोगों ने गंगा में डुबकी लगाई। इस दौरान घाट पर भारी भीड़ जुटी। भीड़ ने कोरोना की गाइडलाइंस की जमकर धज्जियां उड़ाई। प्रशासन की ओर से इन्हें रोकने के लिए कोई भी जरूरी कदम नहीं उठाया गया ।
तड़के से ही जुटने लगी थी भीड़
कोविड के खौफ पर आस्था भारी पड़ती नजर आई। एक तरफ जहां ग्रामीण इलाकों में कोरोना से बड़े पैमाने पर मौत हुई हैं। वहीं गुरुवार को तिगरी घाट पर ग्रामीण अंचल से लोग ट्रैक्टर- ट्रालियों में भी यहां भरकर पहुंचे। तड़के चार बजे से ही लोगों का यहां डुबकी लगाने का सिलसिला शुरू हो चुका था।
मास्क पर जुर्माना, स्नान पर खामोशी
कोविड के खौफ से स्कूल- कालेज, कोचिंग और तमाम संस्थानों पर ताला लटका है। कोरोना की गाइडलाइंस के उल्लंघन और मास्क नहीं लगाने पर भारी भरकम जुर्माने हैं। वहीं तिगरी में समूह में हो रहे स्नान पर प्रशासन खामोश है।
कोविड संक्रमितों का अंतिम संस्कार भी होता है यहां
तिगरी में कोविड संक्रमितों का भी अंतिम संस्कार होता है। पिछले दिनों यहां एक साथ 100 तक चिताएं जलाई गई। चिता की राख और अवशेष गंगा में ही बहा दिए जाते हैं। ऐसे में यहां आस्था की डुबकी लोगों को भारी पड़ सकती है। स्नान घाट अंतिम संस्कार वाले घाट से बमुश्किल 100 मीटर दूरी पर है।
डीएम बोले-समझाने को पुलिस लगाई है
अमरोहा के डीएम बाल कृष्ण त्रिपाठी का कहना है कि लोग कोविड की वजह से स्नान के लिए स्वतः जुटे हैं। इसमें किसी पूर्व अनुमति की जरूरत नहीं थी। कोविड गाइडलाइंस के पालन के लिए लोगों को समझाया जा रहा है। इसके लिए घाट पर पुलिस लगाई गई है।