कानपुर। कानपुर देहात के थाना रसूलाबाद पुलिस को पति-पत्नी का विवाद सुलझाने की कोशिश महंगी पड़ गई। पुलिसकर्मियों पर परिजन ने पथराव कर दिया। हमले में चौकी इंचार्ज, हेड कांस्टेबल घायल गए। पुलिस पर हमले की जानकारी होते ही आसपास से कई थानों की फोर्स भी मौके पर पहुंच गई। गंभीर रूप से घायल चौकी इंचार्ज व हेड कांस्टेबल को उपचार के लिए सीएचसी लेकर आए, जहां से दोनों को कानपुर रेफर कर दिया है। वहीं, चार आरोपियों को गिरफ्तार कर गया है।
रसूलाबाद के अंतर्गत पड़ने वाले गांव भीखदेव में शनिवार देर रात पति-पत्नि के बीच हो रहे विवाद की जानकारी होते ही चौकी इंचार्ज गजेंद्र पाल सिंह और हेड कांस्टेबल समर सिंह पति-पत्नी के विवाद को सुलझाने के लिए गांव में गए थे। पीड़ित महिला शाह बेगम का पति रफीक व उसके परिजन चौकी इंचार्ज के साथ धक्का-मुक्की व अभद्रता करने लगे। चौकी इंचार्ज ने जब मना किया तो रफीक व उसके परिजन हमलावर होकर ईट-पत्थर चलाने लगे जब तक पुलिस वाले कुछ समझ पाते तब तक ईट-पत्थर की चपेट में आकर चौकी इंचार्ज गजेंद्र पाल सिंह और हेड कांस्टेबल समर सिंह बुरी तरीके से घायल हो गए।
पिस्टल गायब
एडीजी जोन कानपुर भानु भास्कर ने बताया कि हमले में एक सरकारी पिस्टल भी गायब है। जो भी इस घटना में शामिल लोग होंगे उनको बख्शा नहीं जाएगा।
2 दिन पहले जन चौपाल में पहुंची थी पीड़ित महिला
राज्य महिला आयोग की सदस्य पूनम कपूर ने बताया कि 2 दिन पूर्व रसूलाबाद तहसील में जन चौपाल में गई हुई थी। इसमें एक महिला आई थी और बच्चे को गोद में लिए हुए थे। फूट-फूट कर रो रही थी। कह रही थी बच्चे को दूध पिलाने के लिए पैसे नहीं है।
पूनम के मुताबिक पीड़िता ने बताया कि ससुराल वालों ने मारपीट करके निकाल दिया है। उसकी बात को सुनने के बाद मैंने थाना प्रभारी रसूलाबाद को निर्देशित किया था कि पीड़ित महिला की बात को सुनकर उसे न्याय दिलवाएं। बस इतनी सी बात थी। इतनी बड़ी घटना हो जाएगी मुझे इस बात का अंदेशा नहीं था।