वाराणसी। जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में हुई वृद्धि और मणिकर्णिका घाट समेत हरिश्चंद्र घाट पर शवों को जलाने के लिए लग रही लंबी कतार को ध्यान में रखते हुए नगर निगम द्वारा सामने घाट स्थित विश्वसुंदरी पुल के पास अस्थाई श्मशान घाट बनाया गया है, जिसका मदरवां गांव से सटे होने के कारण विरोध शुरु हो गया है। गांव वाले वहां शव जलाने का विरोध कर रहे हैं और अस्थाई श्मशान घाट को 200 मीटर की दूरी पर शिफ्ट कराने के लिए जिलाधिकारी को पत्र भी दिया हैलोगों का कहना है कि बुधवार की सुबह नगर निगम कर्मी सामनेघाट पर बने श्मशान घाट पर पहुंचकर टीन शेड और काउंटर भी बना डाला। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से गुहार लगाई है कि गांव के लोगों के स्वास्थ्य को देखते हुए अस्थाई श्मशान स्थल को गांव से 200 मीटर दक्षिण की दूर पर विश्वसुंदरी पुल के पास स्थानांतरित कर दिया जाए।
गांव वालों ने कहा कि जलते शव से उठ रहा धुंआ स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है और लोगों में कोरोना मरीजों के शव के जलने से भय भी है। जिलाधिकारी को पत्र देने वालों में सुरेश कुमार देवंशी, रवि पटेल, दीपू कुमार, नंदलाल सिंह, दीपक राय, सुंदरम यादव, उमेश मिश्रा आदि लोग शामिल रहें।