वाराणसी। शांभवी पीठाधीश्वर पूज्य स्वामीआनंद स्वरूप महाराज ने बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है। इस सम्बन्ध में उन्होंने प्रधानमंत्री वह देश के गृह मंत्री को पत्र भेजा है। पत्र में उन्होंने कहा है कि भारतीय स्वतंत्रता से पूर्व और बाद में भी हिन्दुस्थान के लिए उच्च कोटि के समाज सुधारक, क्रांतिकारी साहित्यकार, वैज्ञानिक डॉक्टर और खिलाड़ी देने वाला राज्य जो अनादि काल से हिन्दुत्व का गढ़ और सनातन वैदिक हिन्दू धर्म की उर्वर भूमि रहा है आज इस्लामिक अत्याचार से त्रस्त है। जो हाल कश्मीर का हुआ आज वही हाल पश्चिम बंगाल का हो रहा है।
विधानसभा चुनाव बीत जाने के बाद से ही मुस्लिम आक्रांता सड़कों पे आ गए है।टी० एम० सी० के आड़ में घुसपैठिये रोहिंग्या और स्थानीय मुसलमान प्रशासन की मौन सहमति से हिंदुओं को काट रहे हैं। मैं स्वयं अभी-अभी पश्चिम बंगाल से लौटा हूँ-हिंदुओं की दुर्दशा हो गयी है। लोग डर के मारे घर छोड़ कर जंगलों में भाग रहे हैं। कोलकाता, हाबड़ा, डायमंड हार्बर आदि जगहों पर खुलेआम अनगिनत हिन्दू बहन बेटियों के साथ बलात्कार हुए हैं और हो रहे हैं। दहशत और आतंक व्याप्त हो गया है।
हिन्दू स्वयं को अनाथ महसूस कर रहे हैं। पूरे हिन्दुस्थान में यह चर्चा है कि इसका एक मात्र कारण उन हिंदुओं द्वारा भारतीय जनता पार्टी को वोट दिया जाना है। हालांकि पश्चिम बंगाल में मुस्लिमों द्वारा हिन्दू समाज पर अत्याचार होता रहा है परंतु इस विधानसभा चुनाव ने आग में घी डालने का कार्य किया है।
चुनाव बाद हिंदुओं को उनके हाल पर छोड़ देना अथवा केवल संवेदना व्यक्त कर देना किसी भी दशा में उचित नहीं है। संवैधानिक इतिहास में अनेक उदाहरण है जब प्रान्तों में अव्यवस्था फेल जाने के कारण केंद्र की सरकार ने प्रातीय सरकार को बर्खास्त किया है अथवा राष्ट्रपति शासन लगा दिया है। पश्चिम बंगाल भी अब उस भयानक स्थिति में है जहाँ संवैधानिक तंत्र पूर्णतः विफल हो चुका है।
मानवाधिकारों का गला घोंटा जा रहा है और मुसलमानों ने बंगाल को हिन्दुविहीन करने का संकल्प ले रखा है। चूंकि केंद्र में आपकी पूर्ण बहुमत की सरकार चल रही है और हिन्दुत्व के नाम पर आपने पश्चिम बंगाल के हिन्दू जनता से मतदान का आग्रह किया था, इसलिए हिन्दुत्व व हिन्दू समाज की रक्षा हेतु पश्चिम बंगाल सहित पूरा हिंदुस्थान का हिन्दू समाज आपको आशा भरी नजरों से देख रहा है।
अतः आपसे आग्रह है कि तत्काल अनुच्छेद ३५६ का प्रयोग करते हुए पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन घोषित करें व केंद्रीय बल भेजें जिससे हिन्दू समाज के धन, धर्म व जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।