लखनऊ। कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच रेमिडिसिवर इंजेक्शन की किल्लत है। लेकिन कुछ लोग इस किल्लत का फायदा उठाने के लिए कालाबाजारी व तस्करी करने में लग गए हैं। ऐसा की एक मामला उत्तर प्रदेश के कानपुर में आया है। यहां उत्तर प्रदेश STF ने मिलिट्री इंटेलिजेंस इनपुट पर इंजेक्शन के 265 वायल (vials) के तीन तस्करों को पकड़ा है। इंजेक्शन तस्करी का यह मामला बताया जा रहा है। इंजेक्शन की खेप कोलकाता से भेजी गई थी। STF इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में लगी है।
ग्राहक बनकर तय किया सौदा
कानपुर की टीम को लखनऊ मिलिट्री इंटेलिजेंस यूनिट से सूचना मिली कि कोविड-19 महामारी में लाइफ सपोर्ट के लिए आवश्यक रेमिडिसिवर इंजेक्शन की खेप कोलकाता से कानपुर भेजी गई है। इसकी सप्लाई खाड़ेपुर नौबस्ता निवासी मोहन सोनी को होनी है। अफसरों ने ग्राहक बनकर मोहन सोनी से सौदा तय किया। इसके बाद STF को सूचना दी गई। STF के SI राजेश और सिपाही देवेश ने ग्राहक बनकर मोहन से संपर्क साधा। इसके बाद इंजेक्शन की डिलीवरी कोपरगंज स्थित एक होटल में तय की गई। उससे पहले STF और बाबूपुरवा पुलिस ने किदवई नगर में छापेमारी कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।