वाराणसी। जिले के कैथी स्थित मार्कंडेय महादेव मंदिर में मंगलवार को आजमगढ़ से दोस्तों के साथ जलाभिषेक के लिए आए एफसीआई के कर्मचारी की गंगा में डूबने की वजह से मौत हो गई। घटना की सूचना पाकर पहुंची चौबेपुर थाने की पुलिस ने स्थानीय गोताखारों और एनडीआरएफ के जवानों की मदद से कड़ी मशक्कत के बाद शव को गंगा से बाहर निकलवाया। हादसे की सूचना एफसीआई के कर्मचारी के परिजनों को देकर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।
पैर फिसलने की वजह से गहरे पानी में गए
आजमगढ़ जिले के अकौना गांव निवासी सच्चिदानंद पांडेय (35) अपने 4 दोस्तों के साथ कैथी स्थित मार्कंडेय महादेव मंदिर में दर्शन-पूजन करने आए थे। आजमगढ़ स्थित एफसीआई में सुपरवाइजर के पद पर तैनात रहे सच्चिदानंद पांडेय और उनके दोस्त दर्शन-पूजन से पहले गंगा संगम घाट पर स्नान करने पहुंचे। पांचों दोस्त गंगा में स्नान कर रहे थे कि इसी बीच सच्चिदानंद का पैर फिसल गया और वह गहरे पानी में चले गए। सच्चिदानंद के दोस्त भी उनके पीछे भागे लेकिन गंगा के पानी का प्रवाह बेहद ही तेज होने के कारण उन्हें बचाया नहीं जा सका।
स्थानीय लोगों की सूचना पर चौबेपुर थाने की पुलिस आई। पुलिस ने स्थानीय गोताखोरों और गंगा में गश्त कर रहे एनडीआरएफ की 11वीं वाहिनी के जवानों को घटनास्थल पर बुलाया। गोताखोरों और एनडीआरएफ के संयुक्त प्रयास से सच्चिदानंद का शव गंगा संगम घाट से थोड़ी दूर पर बरामद कर लिया गया।
2 मासूम बच्चों की मां हुई बेसुध
चौबेपुर थाने की पुलिस ने सच्चिदानंद से उनके परिवार के संबंध में पूछताछ की तो पता लगा कि उनका 2 साल का बेटा रुद्र और 5 साल की बेटी वैष्णवी है। पुलिस ने सच्चिदानंद की पत्नी अंजली पांडेय को फोन कर पति की मौत की जानकारी दी तो उनके मुंह से जोर से चीख निकली और फिर कोई आवाज नहीं आई। दोबारा कॉल करने पर परिजनों ने बताया कि पति की मौत की सूचना मिलते ही अंजली अचेत हो गई हैं। होश में आने पर भी उनकी हालत बेसुधों जैसे है। परिजन सच्चिदानंद की पत्नी और दोनों बच्चों को लेकर वाराणसी के लिए रवाना हो गए हैं। इस संबंध में चौबेपुर थानाध्यक्ष ने बताया कि परिजनों के आने पर शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम कराया जाएगा।