वाराणसी। दृष्टि बाधित छात्रों को पूर्व की भांति अध्ययन करने तथा छात्रावास में रहने के साथ खेल मैदान में अवैध साइकिल स्टैंड को हटाने तथा हॉस्टल को तब जाकर कपड़े की गोदाम बनाने वाले ट्रस्टी के प्राथमिकी दर्ज करने के संबंध में अंध विद्यालय वाराणसी के दुर्गाकुंड स्थित हनुमान प्रसाद पोद्दार अंध विद्यालय को शॉर्टकट में करते हैं या पूर्वांचल का एकमात्र विद्यालय है, जहां दृष्टिबाधित छात्र — छात्राएं पढ़ते हैं। यहां छात्रों के लिए 250 सीट है लेकिन विद्यालय ने अब तक 9 छात्र के ऊपर के बच्चों का एडमिशन लेना बंद कर दिया है। साथ ही साथ में रहने वाले छात्रों को जबरिया हॉस्टल से निकाल दिया गया है।
हॉस्टल से निकाले गए तब तक छात्र विद्यालय के आस—पास पटरियों पर सो रहे हैं तथा शिक्षकों की भांति पेट भर रहे हैं जिससे काशी वासियों में जबरदस्त आंखों से हॉस्टल से छात्रों को बेदखल करने के बाद उद्योगपति महोदय अपने गोदाम के तौर पर भी इस्तेमाल करने लगे हैं तथा विद्यालय के खेल के मैदान को साइकिल स्टैंड बना कर दो सौ की संख्या में साइकिल स्टैंड वगैरा भी रखवा कर धन अर्जित कर रहे हैं। जिससे प्रशासन के साथ लोकप्रिय सरकार की भी जनता में जग हंसाई हो रहा है। जिस पर तत्काल अंकुश लगाने की जरूरत है।