वाराणसी। HBCNews.in
काशी पत्रकार संघ की अध्यक्षता में विभिन्न पत्रकार संगठनों ने की बैठक
देश भर में पत्रकारों के साथ हो रही उत्पीड़न की घटनाओं से क्षुब्ध विभिन्न पत्रकार संगठनों की एक बैठक आज काशी पत्रकार संघ के पराड़कर स्मृति भवन में हई। बैठक में वक्ताओं ने चैथे खम्भे पर लगातार हो रहे हमले की कड़ी निन्दा करते हुए कहा कि अब पत्रकारों का उत्पीड़न किसी भी हालत में बर्दाश्त नही होगा। बैठक में तय हुआ कि पत्रकारों के सभी संगठन एकजुट होकर आंदोलन करेंगे। इसके लिए एक संयुक्त संघर्ष समिति के गठन का निर्णय लिया गया।
तय हुआ कि पत्रकार उत्पीड़न के खिलाफ जल्द ही एक दिन का उपवास कार्यक्रम रखा जायेगा, जिसमें पूरे दिन उपवास रख कर पत्रकार अपने साथियों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे। बैठक में यह भी तय हुआ कि पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने के लिए भी संघर्ष तेज किया जायेगा।
इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि आज पत्रकारों पर चैतरफा हमला हो रहा है। एक तरफ उन्हें समाचार संकलन से रोका जाता है तो दूसरी तरफ उनके खिलाफ फर्जी मुकदमे दर्ज कर जेल भेजा जा रहा है। देशभर में पत्रकारों के खिलाफ हो रही दमनात्मक कार्रवाई अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर सीधा हमला है।
वक्ताओं ने इस बात पर भी चिंता जताई कि सच को उजागर करने पर जिस तरह से पत्रकारों पर झूठे मुकदमे लादे जा रहे हैं, उससे अब पत्रकारिता गम्भीर संकट के दौर में पहुंच चुकी है। बैठक में वक्ताओं ने एक जुट होकर संघर्ष करने का निर्णय लिया। बैठक की अध्यक्षता काशी पत्रकार संघ के अध्यक्ष राजनाथ तिवारी व संचालन महामंत्री मनोज श्रीवास्तव ने की।
बैठक में काशी पत्रकार संघ के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप कुमार, सुभाषचन्द्र सिंह, पूर्व महामंत्री डॉ अत्रि भारद्वाज के अलावा उपजा के विनोद बागी, अरविन्द सिंह, आनन्द मिश्र, भारतेन्दु तिवारी, संघ के वरिष्ठ सदस्य जियालाल, जयनारायण मिश्र, राममिलन श्रीवास्तव, मुन्नालाल साहनी, मुहम्मद अशफाक सिद्दीकी, एके लारी, सुधीर गणोरकर, अनिल कुमार जायसवाल, संजय प्रसाद सिंह, आनन्द कुमार मौर्य, कमलेश चतुर्वेदी, सुरेश प्रताप, देवकुमार केशरी, सुनील शुक्ला, महेन्द्र सिंह, राजेन्द्र जायसवाल, विजय यादव, सुधीर दूबे, रवीन्द्र कुमार मिश्र आदि ने भी विचार व्यक्त किये।