नोएडा। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर कहर बरपा रही है। इस संकट के बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अलग-अलग जिलों का दौरा कर रहे हैं। इसी कड़ी में रविवार को CM योगी आदित्यनाथ रविवार को नोएडा (गौतमबुद्धनगर) पहुंचे हैं। वे यहां सेक्टर 6 स्थित इंदिरा गांधी कला केंद्र में चल रहे वैक्सीनेशन कार्यक्रम का अवलोकन कर रहे हैं। इसके बाद वे मेरठ और गाजियाबाद का दौरा करेंगे। इस दौरान तीनों जिलों में कोरोना के बढ़ते संक्रमण दर और मृत्युदर पर लगाम लगाने की व्यवस्थाओं की समीक्षा और हालात का जायजा लेंगे।
CM योगी आज गाजियाबाद में रात्रि विश्राम करेंगे। सोमवार को वे मुजफ्फरनगर में निरीक्षण करने के बाद दोपहर में सहारनपुर पुलिस लाइन पहुंचेंगे। सर्किट हाउस में 30 मिनट रुकने के बाद कलेक्ट्रेट स्थित इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर का निरीक्षण करेंगे। जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक करने के बाद मंडल स्थरीय अधिकारियों से भी वर्चुअली जुड़ेंगे।
CM योगी आदित्यनाथ आज मेरठ में करीब चार घंटे रहेंगे। शनिवार को कार्यक्रम तय होने के बाद अफसर, नेता सभी सक्रिय हो गए। CM के सामने सब कुछ ओके दिखाने के लिए जनप्रतिनिधि मेडिकल से लेकर गांवों तक दौड़ पड़े। वहीं, पुलिस, प्रशासनिक अफसर भी तैयारियों में जुट गए। लॉकडाउन अधिनियम के पालन से लेकर अफसरों ने मेडिकल अस्पताल में मरीजों और तीमारदारों की दिक्कतें सुलझाने पहुंचे।
निगम ने हटवाया अतिक्रमण, कराई सफाई
CM के दौरे की सूचना पर नगर निगम टीम अलर्ट मोड में आ गई। टीम ने शहर का भ्रमण किया। विश्वविद्यालय रोड सहित अन्य क्षेत्रों में अतिक्रमण हटवाया, सफाई कार्य कराया। CM जिस रास्ते से गुजरेंगे वहां सफाई कराई।
नेता पहुंचे मेडिकल कॉलेज, खोला निधि का पिटारा
लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज में शनिवार को मेरठ-हापुड़ सीट से भाजपा सांसद राजेंद्र अग्रवाल और दक्षिण सीट से भाजपा विधायक डॉ. सोमेंद्र तोमर पहुंचे। सांसद ने मेडिकल अस्पताल प्राचार्य से बात कर कोरोना मरीजों का हाल जाना। साथ ही केंद्रीय रक्षा मंत्री को पत्र लिखकर मेरठ में DRDO द्वारा न्यूनतम 200 बेड का अस्पताल बनाए जाने की मांग रखी। सांसद ने डीएम को पत्र लिखकर अपनी निधि से कैंट अस्पताल में ऑक्सीजन जनरेटर लगाने का प्रस्ताव दिया। उधर विधायक सोमेंद्र तोमर ने मेडिकल कॉलेज को 25 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर दिए। विधायक कोविड टीकाकरण केंद्र पहुंचे। भूड़बराल, कुंडा गांव में भी टीकाकरण केंद्रों पर जाकर निरीक्षण किया। जिला व महानगर के नेताओं ने ऑनलाइन संवाद कर कोरोना के हालातों पर संवाद किया।
मेरठ में प्रदेश में सबसे ज्यादा कोरोना मरीज
पूरे प्रदेश में मेरठ इकलौता जिला है, जहां कोरोना मरीजों की संख्या घटने का नाम नहीं ले रही। लखनऊ, कानपुर को भी मेरठ ने कोरोना संक्रमण के मामले में पीछे छोड़ दिया है। कोरोना के बढ़ते मामलों का प्रमुख कारण समय पर इलाज न मिलना, सही इलाज का अभाव और अव्यवस्थाएं हैं। यहां अब तक 64,368 कोरोना केस मिले हैं। जबकि 13,048 एक्टिव केस हैं। वहीं, 661 की मौत हो चुकी है। जबकि लखनऊ में वर्तमान में 12,474 एक्टिव केस हैं।
आंकड़ों में सब अच्छा, फिर क्यों हालात खराब?
जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में जिले में कोरोना के हालात स्थिर हैं। होम आइसोलेशन के मरीजों को किट बंट रही है। ऑक्सीजन पर्याप्त है। विभाग मरीजों से फीडबैक ले रहा है। टीकाकरण की दर भी 50 फीसद से अधिक है। अफसर दौरे करके मरीजों का हाल पूछ रहे हैं, मगर हकीकत में हालात कुछ और हैं। सब अच्छा होने के बाद भी मेरठ में कोरोना बेकाबू हो चुका है और लगातार मरीज बढ़ रहे हैं।