वाराणसी। पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता अजय राय ने शनिवार को कहा कि…काशी में आदि-अनादि काल से गंगा अर्द्धचंद्राकार स्वरूप में प्रवाहित हो रही है। मोक्षदायिनी गंगा के स्वरूप को केंद्र की मोदी और प्रदेश की योगी सरकार खत्म करना चाहती है। वाराणसी के सांसद और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गंगा के नाम पर सिर्फ काशीवासियों को ठगने का काम किया है। आज भी गंगा में नालों का गिरना जारी है। अब सरकार नदी के उस पार (रामनगर की ओर) नहर का निर्माण कर रही है। इस नहर के बनने से गंगा के वतर्मान स्वरूप पर बुरा असर पड़ेगा। कांग्रेस नेता अजय राय जिले के चेतगंज में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे।
नहीं ली नदी विशेषज्ञों से राय आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेता अजय राय ने कहा कि नहर को लेकर नदी विशेषज्ञों की राय तक नहीं ली गई है। सरकार बिना किसी विशेषज्ञों की राय के निर्माण कार्य कराके गंगा के मूल स्वरूप से खिलवाड़ कर रही है। कहा कि, उद्योगपतियों की यह सरकार बाजारीकरण के लिए काम कर रही है। गंगा की सफाई के नाम पर सरकार ने सिर्फ लूटपाट की है। नदी में नाले का गंदा पानी गिरने से संत रविदास घाट के आसपास का गंगाजल काला हो चुका है। इसके अलावा गंगा का प्रवाह धीमा है। वहीं, कई घाट ऐसे हैं, जहां गंगाजल हरा दिखाई दे रहा है। घाट पर सीढ़ियों से गंगाजल का संपर्क ही टूट गया है।
निर्माण कार्य को बंद कराने की मांग उन्होंने आगे कहा कि हम काशीवासियों के लिए गंगा आस्था का प्रतीक है। ऐसे में गंगा के स्वरूप से छेड़छाड़ करने पर काशी के लोग चुप नहीं रहेंगे। सरकार अपनी मंशा को स्पष्ट करे और अपने जनविरोधी फैसले को वापस ले। उन्होंने सरकार से गंगा के उस पार चल रहे नहर के कार्य को जल्द बंद कराने की मांग की। कहा कि, गंगा की अविरलता को बनाए रखने के लिए काम हो।
गंगा के समानांतर नहर का निर्माण कराना अमानवीय
उन्होंने सरकार पर अहंकार में चूर होकर जनविरोधी फैसलों को लागू करने का आरोप लगाया। कहा कि, गंगा के समानांतर नहर का निर्माण कराना अमानवीय कृत्य है। निर्माण में करोड़ों रुपए खर्च कर सरकार नई समस्याओं को जन्म दे रही है। मोदी-योगी सरकार ने गंगा को लेकर सिर्फ जनता को भ्रमित किया है। सरकार जनता के पैसों को बर्बाद कर रही है।