वाराणसी। लोग ने धरती का भगवान कहते हैं यह सम्मान उन्हें अनायास ही नहीं दिया जाता वह लोगों की जान बचाने का काम करते हैं लेकिन आज धरती के भगवान पर से लोगों का भरोसा धड़क रहा है। नाराजगी का आलम यह है, कि धरती के भगवान से हाथापाई तक की नौबत आ जा रही है। यहां तक की धरती के भगवान के मंदिर यानी अस्पताल में तोड़फोड़ भी हो रही है, पथराव हो रहे हैं, धरना प्रदर्शन और जाने ना जाने क्या-क्या? पुलिस बुलानी पड़ रही है फिर भीग लोगों का गुस्सा कम नहीं हो रहा है। कोरोना संकटकाल में अस्पतालों और चिकित्सकों के प्रति नाराजगी की। हर रोज हो रही घटनाएं इस बात को उजागर करती हैं, कि गड़बड़ी कहीं न कहीं कुछ तो है।
बात शुरू करते हैं, बछाव स्थित पॉपुलर हॉस्पिटल की। इस अस्पताल में भर्ती मरीज के परिजन अचानक उस समय तोड़फोड़ पर उतारू हो गए जब उन्हें लगा कि उनके मरीज की जान डॉक्टरों की लापरवाही के चलते जा रही है। खुलेआम आरोप लगाया कि अस्पताल में इलाज के नाम पर कोरम पूरा कर लूट—खसोट किया जा रहा है।
बात सिर्फ पापुलर अस्पताल तक ही सीमित नहीं है, आज भदवर कला स्थित हेरिटेज इंस्टिट्यूट में भी कुछ ऐसा ही दृश्य नजर आया। मरीज के मौत के बाद परिजनों को लगा इलाज में लापरवाही हुई। इस बात लेकर वह हंगामा करने लगे यहां तक कि तोड़फोड़ पर उतारू हो गए। स्थिति बिगड़ते देख अस्पताल प्रशासन ने पुलिस की मदद ली। प्रशासनिक अधिकारियों के पहुंचने पर मामला किसी तरीके से शांत हुआ।
ये घटनाएं इस बात को उजागर करती हैं कि कोरोना मरीजों के इलाज में कहीं ना कहीं लापरवाही अवश्य बढ़ती जा रही है। हालांकि चिकित्सकों की माने तो मौत उन्हीं मरीजों की हो रही है, जिन्हें अत्यंत गंभीर हालत में अस्पताल में दाखिल कराया गया था। वजह चाहे जो भी हो लेकिन कोरोना मरीजों की मौत की बढ़ती हुई घटनाएं।