फिरोजाबाद। पुलिस की पकड़ में आये एक चरस माफिया ने पूछताछ में कबूला है कि वह अपना सारा धंधा पुलिस वालों की मदद से करता है। ऐसा बयान सुनते ही पुलिस महकमे में हडकंप मच गया। आरोपों के आधार पर 4 सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है। जबकि कुछ समय पहले तक जिले में एसओजी प्रभारी के पद पर रहे दरोगा के आगरा स्थानांतरित होने पर आगरा एसएसपी को पत्र लिखकर कार्रवाई के लिए कहा है।
एसएसपी की प्राथमिक जांच में दोषी साबित हुए
एसएसपी अजय कुमार पांडे ने जानकारी देते हुए बताया कि रविवार को थाना रसूलपुर पुलिस ने जाकिर को गिरफ्तार किया था। उसके कब्जे से करीब 1400 ग्राम चरस बरामद हुआ है। पूछताछ में उसने बताया कि वह लंबे समय से चरस, गांजा और सट्टे का कारोबार करता आ रहा है। इसमें एसओजी टीम का भी सहयोग मिलता रहा है। इसके बदले में वह पुलिस को मोटी रकम हर माह देता था। एसओजी टीम की चरस माफिया से मिलीभगत पर एसएसपी के होश उड़ गए। उन्होंने अपनी तरफ से जांच करायी।
एसओजी टीम के सदस्यों की थी मिलीभगत
एसएसपी की जांच में दोषी पाए गए एसओजी के 4 सिपाही नदीम खान, राहुल यादव, रविन्द्र कुमार और भगत सिंह को निलंबित कर दिया। वहीं, तत्कालीन एसओजी प्रभारी कुलदीप सिंह जो वर्तमान में आगरा में तैनात हैं। उनकी मिलीभगत पर आगरा एसएसपी को पत्र लिखा है। एसएसपी अजय कुमार पांडे ने बताया कि इस मामले की जांच सीओ टूंडला को दी गई है। एक सप्ताह के अंदर वह अपनी जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।
आरोपी का पिता भी करता है नशे का कारोबार
एसएसपी अजय कुमार पांडे के मुताबिक पकड़े गए आरोपी का पिता जाबिर नाइक पूर्व में करीब डेढ़ करोड़ की हेरोइन के साथ पकड़ा गया था। वह वर्तमान में जेल में निरुद्ध है। एसएसपी ने कहा कि अपराधियों को संरक्षण देने वाले किसी भी राजनीति, मीडिया और पुलिसकर्मी को बख्शा नहीं जाएगा।