प्रयागराज। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के आखिरी सेमेस्टर और लास्ट ईयर की परीक्षाएं 3 अगस्त से शुरू होंगी। आंशिक संशोधन के तहत परीक्षाएं अब 16 अगस्त तक चलेंगी। प्रदेश भर के 122 परीक्षा केंद्रों पर तकरीबन 48 हजार परीक्षार्थी शामिल होंगे।
कुलपति प्रो. सीमा सिंह ने बताया कि इस बार की परीक्षाएं ओएमआर सीट पर कराई जाएंगी। परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों के प्रवेश पत्र अपलोड कर दिए गए हैं। सभी परीक्षार्थी विश्विद्यालय की वेबसाइट से प्रवेश पत्र डाउनलोड करके निर्धारित तिथि पर कोविड-19 प्रोटोकॉल का अनुपालन करते हुए परीक्षा में शामिल होंगे।
विवि की वेबसाइट पर ओएमआर शीट भरने का डेमो अपलोड
कुलपति प्रो.सीमा सिंह ने बताया कि इस बार की परीक्षाएं बहुविकल्पीय और ओएमआर आधारित प्रश्नपत्र के माध्यम से कराई जाएंगी। परीक्षार्थियों की सहूलियत के लिए विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर ओएमआर शीट भरने का डेमो प्रदर्शित किया गया है। जिसमें नामांकन संख्या के साथ बुकलेट कोड नंबर, पेपर कोड नंबर, परीक्षा केंद्र, हस्ताक्षर, प्रश्नों का क्रम एवं विकल्प को ओएमआर शीट में दर्शाने के उपाय को अच्छी तरह से समझाया गया है। ओएमआर सीट भरने में किसी भी गलती से बचने के लिए परीक्षा में शामिल होने वाले सभी परीक्षार्थी इसका अभ्यास कर सकते हैं।
3 पालियों में होंगी परीक्षाएं, 90 मिनट मिलेगा समय
परीक्षाएं तीन पाली में होंगी। प्रश्नपत्रों की समयावधि 90 मिनट की होगी। एक विषय के सभी प्रश्न पत्रों (अधिकतम तीन प्रश्न पत्र) को सम्मिलित करते हुए एक ही प्रश्न पत्र बनाया गया है। कुल प्रश्नों की संख्या 60 होगी। उन्होंने बताया कि 6 अगस्त को बीएड की परीक्षा होने के कारण अब 6 अगस्त की परीक्षाओं को संशोधित करते हुए 16 अगस्त को निर्धारित स्थान और समय पर कराया जाएगा। परीक्षा के आयोजन में कोविड-19 प्रोटोकाल का पूरा ध्यान रखा जाएगा।
कोविड गाइडलाइंस का पालन करना अनिवार्य होगा
सभी केंद्र अध्यक्षों को परीक्षा केंद्र को सैनिटाइज किए जाने की व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने का निर्देश दिया गया है। परीक्षा केंद्र पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए परीक्षार्थियों को परीक्षा हाल में न्यूनतम 6 फीट की दूरी पर बैठने की व्यवस्था की गई है। सभी परीक्षार्थियों के लिए मास्क अनिवार्य कर दिया गया है। गुरुवार को आयोजित समीक्षा बैठक में कुलसचिव डॉ. अरुण कुमार गुप्ता, परीक्षा नियंत्रक देवेंद्र प्रताप सिंह, डॉ. संजय कुमार सिंह एवं डॉ. दिनेश सिंह आदि मौजूद रहे।