उत्तर प्रदेश प्रदेश लेटेस्ट न्यूज़ वाराणसी

3 दिन से दे रहे थे धरना लेकिन कोई झांकने तक नहीं आया; मांगे मानने पर लौटेंगे काम पर- एंबुलेंसकर्मी

वाराणसी। जिले में 102 और 108 नंबर की सरकारी एंबुलेंस सेवा को कर्मियों ने रविवार की रात 12 बजे से ठप कर दिया। रामनगर क्षेत्र में दुर्गा मंदिर के समीप जिले भर की 77 सरकारी एंबुलेस खड़ी कर कर्मचारी हड़ताल पर हैं। सभी का कहना है कि हम लोग बीते 3 दिन से शिवपुर हॉस्पिटल में अपनी मांगों को पूरा करने के लिए धरना दे रहे थे। मगर, कोई हमसे बात करने तक नहीं आया। हमने कोरोना संक्रमण की पहली और दूसरी लहर में अपनी जान को दांव पर लगा कर लोगों की सेवा की। जब तक हमारी मांगे नहीं मानी जाएंगी तब तक हम लोग धरने पर रहेंगे और 102 व 108 के एंबुलेंस के पहिये नहीं हिलेंगे।

एंबुलेंस कर्मियों की यह हैं मांगे

  • ठेका प्रथा बंद की जाए। एंबुलेंस कर्मियों की नौकरी सुरक्षित की जाए।
  • 102 और 108 एएलएस के कर्मचारियों को एनएचएम में शामिल किया जाए।
  • समान कार्य समान वेतन लागू किया जाए।
  • कोरोना काल में जान गंवाने वाले एंबुलेंस कर्मियों के परिजनों को 50 लाख की बीमा
  • राशि और सहायता राशि तुरंत दी जाए।
  • बार-बार कंपनी बदल कर नए सिरे से भर्ती न की जाए।
  • हम मजबूरी में एंबुलेंस खड़ी कर हड़ताल पर हैं

एएलएस संघ वाराणसी के जिलाध्यक्ष सुनील कुमार शुक्ला ने कहा कि हमारी मांगों को लेकर कोई गंभीर नहीं है। इसलिए वाराणसी सहित पूरे प्रदेश में हमारा संगठन एंबुलेंस खड़ी कर हड़ताल पर है। हम नहीं चाहते हैं कि किसी को हमारी वजह से परेशानी हो लेकिन क्या करें हम मजबूर हैं। हमारी ओर कोई ध्यान ही नहीं दे रहा है। एंबुलेंस सेवा संचालित करने वाली कंपनी प्रदेश भर में 1200 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जा रहा है। ऐसे में हम और हमारा परिवार कहां जाएगा। हम कब तक इस कंपनी से उस कंपनी के बीच फुटबाल बनें रहेंगे। हमें स्थायित्व देते हुए एनएचएम में रखा जाए।

उधर, एंबुलेंस कर्मियों के धरने के चलते स्वास्थ्य सेवाओं पर असर न पड़े इसके लिए सीएमओ डॉ. वीबी सिंह स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ मंथन कर रहे हैं। जिला प्रशासन भी धरने पर नजर रखे हुए है। सीएमओ का कहना है कि प्रयास किया जा रहा है कि स्वास्थ्य सेवाओं पर एंबुलेंस कर्मियों के धरने का कोई असर न पड़े।

Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *