अयोध्या। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने भले ही राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय को काम करने की अनुमति दे दी है, लेकिन केंद्र सरकार कथित जमीन खरीद को लगे दाग पर अपनी नजर बनाए हुए है। आज से अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण समिति की बड़ी बैठक होगी, जो तीन दिन चलेगी। इस बैठक में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की जमीन खरीद-फरोख्त को लेकर बिगड़ी छवि को सुधारने का मुद्दा उठेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सलाहकार रहे यूपी कैडर के पूर्व IAS नृपेंद्र मिश्र अयोध्या पहुंच चुके हैं। वे राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन हैं। इस दौरान मंदिर निर्माण की प्रगति की समीक्षा भी होगी।
बैठक में ट्रस्ट पर भ्रष्टाचार के दाग का मुद्दा सबसे खास
इसके लिए राममंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र अयोध्या पहुंच चुके हैं। अयोध्या में 14 से 16 जुलाई तक होने जा रही बैठक में ट्रस्ट पर भ्रष्टाचार के दाग का मुद्दा सबसे खास है। ट्रस्टियों व संघ की ओर से इस मामले में नरम रुख के बावजूद इस मुद्दे पर सबसे अहम फैसला केंद्र सरकार का होगा। ट्रस्ट पर जमीन घोटाले का आरोप लगने के बाद नृपेंद्र मिश्र पहली बार अयोध्या पहुंचे हैं। बैठक में केंद्र सरकार को ट्रस्ट द्वारा भेजी गई रिपोर्ट की भी जांच की उम्मीद बढ़ी है।
मंदिर निर्माण के साथ-साथ उसकी सुरक्षा बेहद महत्वपूर्ण
ट्रस्ट पर जमीन घोटाले के बाद होने जा रही मंदिर निर्माण समिति की यह बैठक कई मायनों में बेहद महत्वपूर्ण है। सूत्रों के अनुसार मंदिर निर्माण के साथ-साथ उसकी सुरक्षा को लेकर भी इस बैठक में महत्वपूर्ण चर्चा होनी है। लखनऊ में पकड़े गए आतंकियों के बाद अयोध्या के मंदिर कि सुरक्षा का मामला महत्वपूर्ण हो चला है। मंदिर निर्माण के साथ-साथ उसकी सुरक्षा बेहद महत्वपूर्ण हो चली है। ट्रस्ट इसकी मॉनिटरिंग करेगा।
अधिकारियों से मुलाकात कर आवश्यक जानकारी ली
सूत्रों की माने तो मंदिर निर्माण से संबंधित जानकारियों को साझा करने से बचा जा सकता है। सुरक्षा के लिए और कठोर नियम बनाए जा सकते हैं। बैठक के लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, सदस्य डॉ अनिल मिश्र, निर्मोही अखाड़ा के महंत दिनेंद्र दास अयोध्या में है। बैठक से पूर्व नृपेंद्र मिश्र ने अयोध्या धाम पहुंचकर रामलला व हनुमानगढ़ी में दर्शन भी किया। इससे पहले उन्होंने सर्किट हाउस में कमिश्नर एमपी अग्रवाल डीएम अनुज झा व एसएसपी शैलेश पांडे ने की मुलाकात कर आवश्यक जानकारी ली।
मंदिर परिसर के आसपास की जमीनें खरीद रहा ट्रस्ट
- राम मंदिर ट्रस्ट को 70 एकड़ जमीन केंद्र सरकार की तरफ से मिली थी। ये वो जमीन थी जिसे केंद्र सरकार ने अधिग्रहित किया था।
- ट्रस्ट ने मंदिर के विस्तार का प्लान बनाया। इसके लिए अब 108 एकड़ चाहिए। पहले मंदिर परिसर 3 एकड़ में बना था, जिसे अब 5 एकड़ में बनाया जाएगा।
- इसके आसपास के 70 एकड़ जमीन की खरीदारी हो रही है।
- हाल ही में ट्रस्ट ने पास के दो मंदिरों को भी 4-4 करोड़ रुपए में खरीदा है।
- जिन लोगों से ये जमीन ली जा रही है उन्हें दूसरी जगह स्थापित भी कराया जा रहा है।
- कोर्ट फीस और स्टाम्प पेपर की खरीदारी ऑनलाइन की जा रही है।