वाराणसी-ज्ञानवापी मस्जिद के मामले में 8 अप्रैल को पुरातात्विक सर्वेक्षण की मंजूरी कोर्ट द्वारा मिल गयी हैं। इस मामले में स्वयंभू ज्योतिर्लिंग विश्वेश्वर नाथ की ओर से पक्षकार अधिवक्ता हरिहर पांडेय को धमकी मिलने का मामला सामने आया हैं। पांडेय ने इसकी शिकायत लक्सा थाने और ACP दशाश्वमेध को मौखिक रूप में की है। इसके बाद पुलिस ने उन्हें तत्काल सुरक्षा मुहैया कराई है।
हरिहर पांडेय ने बताया कि कोर्ट के फैसले वाले दिन शाम को मोबाइल पर फोन आया। फोन पर अनजान व्यक्ति ने कहा कि केस तो आप जीत गए हो। पुरातत्व वाले घुस जाएंगे। इसके बाद न आप रहेंगे और न आपके सहयोगी रहेंगे।
ACP दशाश्वमेध अवधेश कुमार पांडेय ने बताया कि अभी उनकी ओर से लिखित शिकायत नहीं की गई है। फिर भी मामले की गंभीरता को देखते हुए उनको सुरक्षा मुहैया कराई है। जिस फोन नंबर से फोन आया था, उसकी जांच की जा रही है।
1991 में प्राचीन मूर्ति स्वंयभू ज्योतिर्लिंग भगवान विश्वेश्वर नाथ की ओर से पंडित सोमनाथ व्यास और अधिवक्ता हरिहर पांडेय ने ही वाद दाखिल किया था। इसी मामले में 10 दिसंबर 2019 को विशेश्वरनाथ के वाद मित्र विजय शंकर रस्तोगी ने अदालत में आवेदन देकर मांग किया था कि सर्वे करा कर, खुदाई करा लिया जाये। वस्तुस्थिति स्पष्ट हो जायेगी।