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विधायक को जीते-जी बेड नहीं मिला, अब केसर सिंह के नाम पर सड़क

बरेली। शहर की 100 फुटा रोड का नाम नवाबगंज सीट से भाजपा विधायक रहे केसर सिंह गंगवार के नाम पर रखा गया है। केसर सिंह की अप्रैल में कोरोना से मौत हो गई थी। उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से दिल्ली के अस्पताल में बेड दिलाने की मदद भी मांगी थी, लेकिन उन्हें बेड नहीं मिल पाया था।

बुधवार को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अपने बरेली दौरे पर केसर सिंह के नाम पर सड़क का नाम रखने का ऐलान किया। लेकिन अब इस पर सियासत शुरू हो गई है। सपा और कांग्रेस ने इसे भाजपा की गंदी राजनीति करार दिया है। कहा- चुनावी दौर शुरू होते ही अब भाजपा अपनी छवि को संभालने में जुटी हुई है।

24 घंटे नहीं मिला था ICU, डॉ. हर्षवर्द्धन को भी लिखी थी चिट्ठी

केसर सिंह ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को 18 अप्रैल को चिट्ठी लिखी थी। इसमें लिखा था कि बरेली के श्रीराम मूर्ति स्मारक अस्पताल में इलाज चल रहा है। डॉक्टर्स ने गहन चिकित्सा और प्लाज्मा थेरेपी की सलाह दी है। ऐसे में उन्हें तुरंत दिल्ली के मैक्स अस्पताल में एक बेड दिलवा दें, लेकिन फिर भी विधायक को मैक्स अस्पताल में जगह नहीं मिली। मजबूरन उन्हें यथार्थ अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था। यह चिट्ठी विधायक ने 18 अप्रैल को लिखी थी। 28 अप्रैल को उनकी मौत हो गई थी।

कम पड़ जाएंगी सड़कें

सपा के जिलाध्यक्ष अगम मौर्या ने भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि सत्ताधारी सरकार विधायकों को सहानुभूति देना चाहती है तो उनके नाम पर ऑक्सीजन प्लांट लगवाएं। कंसंट्रेटर लगवाए तब मानी जाए सहानुभूति। अब मरने के बाद उनके नाम पर सड़क का नाम रखकर क्या दिखाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना से इतनी मौतें हुई है कि यदि कोरोना से मरे हुए लोगों के नाम पर सड़कों के नाम रखना शुरू कर दिए तो प्रदेश में सड़कें कम पड़ जाएंगी। मगर कोरोना से मरने वालों की लिस्ट खत्म नहीं होगी।

जीते-जी तो अपने विधायकों की कदर नहीं कर सके

कांग्रेस के जिलाध्यक्ष असलम चौधरी का कहना है कि जो सरकार अपने विधायकों की जीते-जी कदर नहीं कर सकी। उनके मरने के बाद सड़क का नाम रखकर जनता को क्या दिखानी चाहती है। भाजपा सिर्फ जुगलबंदी कर सकती है। काम नहीं कर सकती। असलम चौधरी का आरोप है कि भाजपा आगामी चुनाव में अपने विधायकों की मौत को भी इस्तेमाल कर रही है। लेकिन अब जनता सब जान चुकी है। इस तरह से वह इनके बहकावे में नहीं आने वाली।

मेरे पिताजी का नाम अमर हो गया

नबावगंज से भाजपा विधायक रहे केसर सिंह गंगवार के बेटे विशाल गंगवार ने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि उनके पिताजी का नाम इस सरकार ने अमर कर दिया। उस वक्त जो भी स्थिति रही थी, लेकिन बाद में सभी ने मेरी मदद की थी। मगर अब सरकार ने पिताजी के नाम पर सड़क का नाम रखकर मेरे पिताजी का नाम अमर कर दिया। अब कम से कम लोग उनके नाम को हमेशा लेंगे तो।

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