वाराणसी। पूर्वांचल कोचिंग संघ कोचिंग संचालक बंधु अपनी दुर्दशा से केंद्र सरकार एवं प्रदेश सरकार का ध्यान आकर्षित कराने के लिए और कोचिंग संस्थाओं को यथाशीघ्र खुलवाने के उद्देश्य से आज सिगरा क्षेत्र में डिक्षाटन करने को विवश हो गए। उत्तर भारत में कोविड-19 वायरस का संक्रमण लगभग समाप्ति पर है, फिर भी स्कूल कोचिंग कॉलेज के खोलने के संदर्भ में कोई गाइडलाइन नहीं आई है। पूरे उत्तर प्रदेश में लॉकडाउन के कारण स्कूल कालेज एवं कोचिंग संस्थाओं ने अधिक दूर प्रभाव किसी भी सेक्टर पर नहीं पड़ा है।
यदि सिनेमा हॉल मल्टी प्लेस में एक साथ दो से 300 लोग 3 घंटे की मूवी देख सकते हैं तो कोचिंग संस्थाओं में 15 से 20 विद्यार्थी एक साथ सोशल डिफरेंस और कोविड-19 गाइडलाइंस का पालन करते हुए क्यों नहीं पढ़ सकते यदि उत्तर प्रदेश सरकार की रोडवेज बसें हंड्रेड परसेंट की क्षमता के साथ 50 से 60 यात्रियों को लेकर लंबी दूरी तक 6 से 8 घंटे का सफर तय कर सकती है तो 15 से 20 विद्यार्थी सोशल डिफरेंस के साथ 2 से 3 घंटे एक साथ बैठकर पढ़ाई क्यों नहीं कर सकते इसी सब कारणों से आज पूर्वांचल कोचिंग संघ ने सिगरा क्षेत्र में भिक्षा मांग कर विरोध किया।
अध्यक्ष आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि जिस तरह से सिनेमा हालों को रेस्टोरेंट्स को खोलने का आदेश दिया गया है। उसी तरह हम लोगों को भी कोचिंग खोलने का आदेश दिया जाए नहीं तो आगे चलकर पूरे राज्यों में टीचर लोग भीख मांग कर विरोध प्रदर्शन करेंगे।