गाजियाबाद। जिले में 1000 से ज्यादा हिन्दुओं का धर्म परिवर्तन कराए जाने के एटीएस के खुलासे के बाद पूरे देश में हड़कंप मचा हुआ है। साधु संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने भी बड़े पैमाने पर सनातनियों के धर्मांतरण पर भी गहरी नाराजगी जताई है।
भारत को इस्लामिक देश बनाने का मंसूबा कभी पूरा नहीं होगा
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने आरोप लगाया है कि कुछ कट्टर मुसलमान, मुस्लिम धर्मगुरु, और मौलवी इस देश का इस्लामीकरण करना चाहते हैं। यह कभी उनका सपना पूरा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि इनके पास इतना पैसा आता कहां से हैं इसकी जांच होनी चाहिए। जो लोग पकड़े गए हैं उनको मृत्युदंड देना चाहिए। किसी भी धर्म का परिवर्तन लालच देकर नहीं करना चाहिए। यह घोर निंदनीय हैं। मुझे ताज्जुब होता है कि देश में रह रहे मुस्लिम धर्म गुरु अपने अनुयायियों को यह ज्ञान नहीं देते हैं कि धर्म परिवर्तन गलत है। उन्होंने कहा कि देश में धर्मांतरण के खिलाफ पहले से कानून मौजूद है और जो लोग भी इसमें लिप्त पाए गए हैं उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
धर्मांतरण के लिए हो रही विदेशी फंडिंग की जांच हो
महंत नरेंद्र गिरि ने कहा की देश का इस्लामीकरण करने वालों के मंसूबे संत समाज कभी सफल नहीं होने देगा। उन्होंने धर्मांतरण के लिए हो रही विदेशी फंडिंग की भी जांच कराए जाने की मांग की है। नरेंद्र गिरी ने धर्मांतरण कराने के आरोप में गिरफ्तार किए गए दोनों व्यक्तियों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा चलाने और मृत्युदंड की सजा देने की भी मांग की है।
इस मामले में अपनी चुप्पी तोड़ें मुस्लिम धर्मगुरु
उन्होंने आगे कहा कि देश में रहने वाले मुस्लिम धर्म गुरुओं को भी ऐसे लोगों को धर्म परिवर्तन कराने से रोकना चाहिए। प्रलोभन देकर या फिर जबरन किसी का धर्म परिवर्तन कराना कतई उचित नहीं है। ऐसा करने वालों के खिलाफ अलग से कानून बनाकर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जरूरत है। मुस्लिम धर्म गुरुओं को भी इस मामले में अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए और उन्हें भी इसका विरोध करना चाहिए। गाजियाबाद की घटना दोबारा न घटे इसके लिए आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा देनी चाहिए।