वाराणसी। एक बयान जारी कर पूर्व मंत्री अजय राय ने कहा की अलोकतांत्रिक तरीके से वाराणसी समेत कई जनपदों भय और लालच के बल पर शासन-प्रशासन का दुरुपयोग कर भाजपा पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जा किया लेकिन हर लड़ाई में सँघर्ष मायने रखता है।और राजनीति में अपने वजूद सँघर्ष के लिए लड़ते रहना चाहिए। समाजवादी ने जिला पंचायत वाराणसी के चुनाव में लडने सँघर्ष के बजाए अपने हाथ खड़े कर दिए।साथ कांग्रेस ने वाराणसी में भाजपा को शिकस्त देने के लिए बिना शर्त समाजवादी पार्टी को अपने निर्वाचित 5 जिला पंचायत सदस्यों का समर्थन दिया था।लेकिन समाजवादी पार्टी मैदान छोड़कर हट गई।
भाजपा नेतृत्व को तो सत्ता का गुरूर छाया है, विपक्ष के प्रति द्वेषभाव है और अहंकार सिर पर चढ़कर बोल रहा है। भाजपा ने अपनी कुनीतियों से जनता को निराश कर दिया है।लेकिन इसका मतलब यह नही की हम अपने हक अधिकार को छोड़ दे।समाजवादी पार्टी को इस मुद्दे पर सँघर्ष करना चाहिए था।व सरकार की दमनकारी नीतियों को उजागर करना चाहिए था।साथ भाजपा को यह समझना चाहिए कि लोकतंत्र में गरिमा जनादेश का सम्मान करने में होती है उसके साथ धोखाधड़ी करने में नहीं।आज पूरे प्रदेश में इस निकम्मी सरकार के खिलाफ अगर कोई मजबूती से सँघर्ष कर रहा तो वह कांग्रेस पार्टी है।