लखनऊ। भारतीय हॉकी टीम के पूर्व सदस्य और मॉस्को ओलंपिक-1980 के गोल्ड मेडलिस्ट खिलाड़ी रविंद्र पाल का शुक्रवार को लखनऊ में निधन हो गया। वे 60 साल के थे। उनका इलाज विवेकानंद अस्पताल में चल रहा था। शुक्रवार देर रात हालत बिगड़ने पर उन्हें ICU में वेंटिलेटर पर रखा गया था। उनकी कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव भी आ गई थी। लेकिन शनिवार तड़के उनकी सांसें थम गईं।
14 दिन पहले विवेकानंद अस्पताल में हुए थे भर्ती
कोरोना पॉजिटिव होने के बाद रविंद्र पाल को विवेकानंद अस्पताल में 24 अप्रेल की रात 2:30 बजे किसी दूसरे अस्पताल से रेफर होने के बाद गंभीर स्थिति में भर्ती कराया गया था। विवेकानंद पॉली क्लीनिक के मीडिया प्रभारी डॉ. विशाल ने बताया कि 5 मई को उनकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आ गई थी। इसके बाद 6 मई को उन्हें निगेटिव वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया था। वह बाईपैप (ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड) पर थे। लेकिन उनका BP (ब्लड प्रेशर) और ऑक्सीजन सैचुरेशन अनियंत्रित होने के चलते शुक्रवार रात दोबारा वेंटिलेटर पर लेना पड़ गया। शनिवार तड़के उनका निधन हो गया।
इलाज में आ रही थी धन की कमी
बताया गया कि इलाज में धन की कमी भी आड़े आ रही थी। मगर उनका इलाज रोका नहीं गया। हालांकि बाद में हाॅकी इंडिया संगठन ने भी उनके उपचार के लिए 5 लाख रुपए देने का ऐलान किया था।