प्रतापगढ़। हिमाचल प्रदेश के भूस्खलन में शहीद हुए प्रतापगढ़ के रितेश पाल को नम आंखों से अंतिम विदाई दी गई। रविवार देर शाम उनका शव पैतृक गांव अंतू पहुंचा था। एक झलक पाने के लिए गांव के लोग इकट्ठा हुए। रविवार दोपहर को देशभक्ति गीतों के बीच शहीद की शव यात्रा निकाली गई, जिसमें साथ में गांव के लोगों का हुजूम रहा। राजकीय सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार हुआ। पूरे गांव में गम का माहौल है।
2010 में भर्ती हुए थे सेना में
अंतू थाना क्षेत्र के पूरेभैया गांव निवासी रितेश पाल (32) वर्ष 2010 में सेना में भर्ती हुए थे। वह सेना की इंजीनियरिंग कोर में नायब थे। इन दिनों उनकी तैनाती हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के मनाली में थी। शुक्रवार सुबह बारिश के कारण सड़क बाधित हो गई थी। वह अपने साथियों के साथ जेसीबी से सड़क ठीक करने में लगे थे। तभी भूस्खलन के कारण उनके ऊपर टूटकर पहाड़ गिर पड़ा। वह जेसीबी समेत गहरी खाई में गिर गए।
मनाली में थे तैनात
रितेश पिछले महीने ही अपने घर पूरेभैया आए थे। करीब डेढ़ साल से वह मनाली में तैनात थे। रितेश का छोटा भाई भी सेना में है। जवान के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करने जिलाधिकारी नितिन बंसल व एसपी सतपाल अंतिल भी पहुंचे।
सरकारी की ओर से मिलेगी 50 लाख की मदद
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहीद के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार उनके साथ है, प्रदेश सरकार द्वारा शहीद के परिवार को हरसम्भव मदद प्रदान की जाएगी और शहीद के परिजनों को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करने की घोषणा की है। उन्होंने शहीद के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने तथा जनपद की एक सड़क का नामकरण शहीद के नाम पर करने की भी घोषणा की है।