लखनऊ। कोरोना संक्रमण से उबरने के बाद भी लोगों को कई दिन या महीने भर तक उससे जुड़े लक्षणों या दुष्प्रभावों से जूझना पड़ रहा है। क्योंकि यह वायरस सर्वाधिक फेफड़ों को प्रभावित करता है। वहीं, किडनी, लिवर, हार्ट और धमनियों को भी प्रभावित करता है। ऐसे मरीजों के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने एक अहम फैसला लिया है कि अब पोस्ट कोरोना मरीजों का इलाज सरकारी अस्पतालों में मुफ्त होगा।
मुख्यमंत्री ने कोरोना के संक्रमण से निपटने के लिए बनी टीम-9 से कहा कि रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद जिन लोगों को अन्य बीमारियां हो रही हैं, उनके लिए सरकारी अस्पतालों में भर्ती करने की व्यवस्था हो। पोस्ट कोविड मरीजों का मुफ्त इलाज करने का फैसला लेने वाला उत्तर प्रदेश, देश का पहला राज्य है।
प्राइमरी स्कूलों को छोड़ अन्य में 20 से ऑनलाइन क्लास
उत्तर प्रदेश में शनिवार को 5वीं बार लॉकडाउन बढ़ाया गया। अब 24 मई तक पाबंदियां लागू रहेंगी। योगी सरकार ने बेसिक यानी प्राइमरी स्कूलों को छोड़कर अन्य में 20 मई से ऑनलाइन क्लासेज चलाने का फैसला लिया है। अब शिक्षा विभाग जल्द इस पर अपनी गाइडलाइन जारी करेगा।
राज्य में एक फीसदी घटी मृत्युदर
कोरोना के सरकारी आंकड़े राहत का संकेत दे रहे हैं। शनिवार को प्रदेश में बीते 24 घंटे में 12,547 नए केस मिले। इसके बाद एक्टिव केस की संख्या घटकर 1,77,643 पहुंच गई है। 17 अप्रैल यानी एक महीना पहले एक्टिव केस की संख्या इतनी ही थी। अब राज्य का रिकवरी रेट 87.9% पहुंच गया है। जबकि मरीजों की मृत्युदर में भी 1 फीसदी गिरावट हुई है। लेकिन मेरठ के हालात बिगड़ते जा रहे हैं। यहां लखनऊ से भी ज्यादा एक्टिव केस हो गए हैं।