लहरतारा के गरीब असहाय परिवार बनारस की अस्पतालों के दरवाजे खटखटा रहा है पर हो नहीं रहा है इलाज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में लाख योजनाएं चलाई जा रही हैं लेकिन उनके संसदीय क्षेत्र में ही ऐसा देखने को मिल रहा है ना एंबुलेंस मिल रही है मरीज को ले जाने के लिए ना डॉक्टर इलाज कर रहे हैं ऐसे में गरीब असहाय जाएं तो जाएं कहां
लहरतारा का रहने वाला राजू धोबी की अपेंडिस के चलते अचानक तबीयत खराब हो गई वह पेसे से रिक्शा चालक है रिक्शा चलाकर अपने परिवार का पालन पोषण करता था लेकिन अचानक तबीयत खराब होने की वजह से उसको बीएचयू के लिए ले जाया गया बीएचयू में एडमिट कराने की बात कही गई तो बीएचयू के डॉक्टरों द्वारा 1500 रुपए प्रतिदिन चार्ज लगेगा यह डॉक्टर द्वारा बताया गया अगर आप देने में सक्षम है तो एडमिट लिया जाएगा नहीं तो आपक किसी प्राइवेट हॉस्पिटल में दिखा दीजिए उसके बाद परिवार वाले मंडली अस्पताल कबीर चौरा लेकर गए वहां पर भी पैसे की बात कही गई उसके बाद डीएम वाराणसी के यहां लाया गया तो डीएम साहब नही मिले ।
एडीएम प्रशासन मौके पर मौजूद थे ऐसे में राजू के परिवार वाले एडीएम प्रशासन के गए तो उन्होंने डीएम साहब का हवाला देते हुए अपने हाथ पीछे खींच लिए ऐसे में कहीं यह कहा जा सकता है कि प्रधानमंत्री अनेक योजनाएं चला रहे हैं लेकिन बनारस में अस्पतालों की स्थिति देखते हुए कोई फर्क नहीं पड़ता है राजू धोबी के परिवार में 7 लड़कियां हैं और एक उसकी पत्नी है|