वाराणसी। पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर को लखनऊ से गोरखपुर जाने से रोकने पर सुहलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने शनिवार को वाराणसी में भाजपा पर जमकर निशाना साधा। ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सच का सामना करने से भाग रही है। अगर कोई समाज में सही बात बोलने का काम कर रहा है तो उसे नजरबंद किया जा रहा है, उसके शिकार अमिताभ ठाकुर हैं।
हम अमिताभ से कहेंगे कि वो हमारी पार्टी के साथ आएं। फिर हम देखते हैं कि भाजपा में कितनी ताकत है। अमिताभ ठाकुर हमारी पार्टी में आएं तो हम उन्हें लड़ने का एक सशक्त मंच देंगे। हमारी ओर से उन्हें निमंत्रण पत्र दिया जा चुका है, वह जब कहेंगे हम उन्हें मिलने का समय देंगे और गोरखपुर से मजबूती के साथ चुनाव लड़ाएंगे। 2022 में भाजपा को उलट कर हम नाव में बैठा कर गंगा में छोड़ देंगे। बिना नाविक के वह नाव समुद्र में चली जाएगी।
27 अक्टूबर 2021 को पर्दे पर सीन आ जाएगा
सुभासपा अध्यक्ष ने कहा कि हमारे साथ भाजपा के खिलाफ कौन-कौन है, इसका सीन 27 अक्टूबर 2021 को पर्दे पर आ जाएगा। उसी दिन हम घोषणा करेंगे कि 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए हमारे साथ कौन दमखम लगाकर लड़ेगा। जिस तरह से किसान, नौजवान, व्यापारी, दलित, पिछड़ा और महिलाओं सहित सभी वर्ग के लोग भाजपा के खिलाफ मुखर हैं, उससे अब यह स्पष्ट हो गया है कि 2022 में उत्तर प्रदेश से भाजपा का सफाया तय है।
संविधान पर सीरियल बनता तो सब अधिकार जानते
अफगानिस्तान के हालात के सवाल पर ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि तालिबान और उसके नियम-कानून को हम नहीं जानते हैं। इस देश में रामायण और महाभारत पर सीरियल पर बन सकता है। भारत के संविधान पर सीरियल बनता तो लोग अपने अधिकार जानते। भारत के संविधान को हम जनता तक पहुंचाने में फेल हैं तो तालिबान और उसके बारे में क्या बताएंगे। हमें अपने देश के विषय के बारे में सोचना चाहिए। तालिबान, पाकिस्तान और अमेरिका में क्या हो रहा है, उससे हमें क्या मतलब है। हम तालिबान, पाकिस्तान, चीन और अमेरिका गए नहीं तो हम वहां के बारे में क्या बताएं। वहीं अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों के सवाल पर उन्होंने कहा कि भारत में पैदा होकर लोग दूसरे देश में क्यों गए। दूसरे देशों में जाकर क्यों काम रहे हैं। अपने देश का पैसा ले जाकर दूसरे देश में क्यों लगा रहे हैं। देश में ही विकास करते और यहीं के लोगों को रोजगार देते। देश में शिक्षा लेंगे और विदेश में जाएंगे काम करेंगे, यह सही नहीं है। सरकार ऐसे लोगों को यहीं काम दे और कराए।