– प्रतियोगिता में हरा-भरा पुलाव, सहजन का पराठा सहित बने कई व्यंजन
– बाल विकास परियोजना नगर क्षेत्र के कई वार्डों में आयोजित हुईं गतिविधियां
वाराणसी , सितम्बर 2021 –
राष्ट्रीय पोषण माह के अन्तर्गत मंगलवार को बाल विकास परियोजना नगर क्षेत्र के कई वार्डों में पोषण व स्वास्थ्य से जुड़ी अलग-अलग गतिविधियाँ आयोजित की गईं। वार्ड सुन्दरपुर में पार्षद इन्द्र बहादुर सिंह एवं क्षेत्रीय लोक संपर्क ब्यूरो अधिकारी डॉ लालजी सिंह , क्षेत्रीय सुपरवाइजर कामिनी पाण्डेय की उपस्थिति में सामूहिक गोदभराई कार्यक्रम एवं शहरी स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस (यूएचएसएनडी) आयोजित किया गया | सत्र में गर्भवती एवं बच्चों का वजन, लम्बाई व ऊंचाई, किशोरी बालिकाओं की बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) आदि की जानकारी की गयी । बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ) मनोज कुमार गौतम के नेतृत्व में सभी कार्यक्रम सम्पन्न हुए ।
वार्ड बंगालीटोला के पार्षद चन्द्रनाथ मुखर्जी एवं क्षेत्रीय सुपरवाइजर सुनीता सिंह की मौजूदगी में तीनों वार्ड से 25 व्यंजनों की रेसिपी प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें प्रथम पुरस्कार विजयलक्ष्मी, द्वितीय पुरस्कार गीता गुप्ता तथा तृतीय पुरस्कार सबीहा को मिला । इसमें विजयलक्ष्मी ने चुकंदर का हलवा, गीता गुप्ता ने हरा-भरा पुलाव और सबीहा ने ढोकला बनाया था। इसके अलावा अन्य लाभार्थी महिलाओं ने सहजन का साग, सहजन का पराठा, गुझिया, मठरी, नमकीन, मीठा व नमकीन दलिया , सिठौरा आदि कई प्रकार के व्यंजन बनाए।
वार्ड नवाबगंज में प्रधानाध्यापिका इशिता श्रीवास्तव तथा सुपरवाइजर कामिनी पाण्डेय, जंगमबाडी के पार्षद गोपाल यादव एवं मदनपुरा के पार्षद प्रतिनिधि अरशद जमाल के साथ पोषण व स्वास्थ्य से जुड़ी गतिविधियाँ आयोजित की गईं। इस दौरान उन्हें स्वच्छ ताजा पौष्टिक आहार (खानपान) के बारे में बताया गया। स्थानीय स्तर पर उपलब्ध खाद्य पदार्थों से पोषण प्राप्त करने, मिश्रित दालों एवं अनाजों से खाने की गुणवत्ता बढ़ाने, मौसमी फलों/ सब्जियों का महत्व, खाना पकाने एवं खिलाने के दौरान स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने के बारे में विस्तार से बताया गया।
इसके अलावा मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए घर के आसपास साफ-सफाई रखने, पानी इकट्ठा नहीं होने देने के लिए समझाया गया। अगर कहीं पर पानी इकट्ठा है तो उसमें छिड़काव करवाने या मिट्टी का तेल डालने के लिए बताया गया। केन्द्रों पर उपस्थित बच्चों, महिलाओं, किशोरी बालिकाओं को हाथ धोने के सही तरीके सुमन-के विधि का अभ्यास कराया गया। इसके साथ ही योग के महत्व पर जानकारी एवं योगाभ्यास कराया गया।