बिहार | भारतीय शादियों में एक से बढ़कर एक रस्में और हंसी-मजाक का दौर चलता है। आपने भगवान राम के स्वयंवर की बात तो खूब पढ़ी-सुनी होगी लेकिन क्या आपने कलियुग में भी दूल्हे का स्वयंवर देखा है? जी हां स्वयंवर! दरअसल बिहार के सारण में एक दूल्हे के लिए स्वयंवर आयोजित करवाया गया था? यहां अनोखी शादी हुई।
कलियुग में दूल्हा बने एक युवक का स्वयंवर आयोजित किया गया था। दूल्हे ने पहले शिव धनुष तोड़ा, फिर दुल्हन ने दूल्हे को वरमाला पहनाई। दूल्हे के वरमाला पड़ते ही शादी पांडाल में तालियों की गड़गड़ाहट शुरू हो गई। बिहार के सारण जिले में हुई इस अनोखी शादी को देखकर लोगों को सतयुग की रामायण की याद आ गई। यह शादी सुर्खियों में छाई हुई है।
दूल्हे की हो चुकी थी फिक्सिंग
देवी सीता के स्वयंवर में बड़े-बड़े योद्धा मौजूद थे। उनकी शादी उसी से तय कराई जानी थी, जो शिव धनुष को तोड़ सके। उस भारी शिव धनुष को उठा पाना भी हर किसी के बस में नहीं था लेकिन भगवान राम ने शिव धनुष को तोड़कर देवी सीता से विवाह रचा लिया था। वहीं, कलियुग की इस शादी में दूल्हा पहले से फिक्स था यानी लड़की वाले और लड़के वाले आपस में बातचीत कर दूल्हा-दुल्हन की शादी फिक्स कर चुके थे।
रस्मोरिवाज के साथ हुई शादी
बिहार की इस अजीबोगरीब शादी में दूल्हे ने शिव धनुष तोड़ने की परंपरा निभाई। फिर वरमाला के बाद विधि-विधान से विवाह संपन्न हुआ। यह शादी समारोह सोनपुर प्रखंड के अंतर्गत सबलपुर पूर्वी में संपन्न हुआ था। दूल्हे ने जैसे ही शिव धनुष तोड़ा, वैसे ही कन्या ने वरमाला पहना दी। दूल्हे के गले में वरमाला पड़ते ही फूलों की बारिश होने लगी। स्वयंवर का यह अनोखा विवाह देखने के लिए भयानक भीड़ मौजूद थी। इस दौरान कोविड प्रोटोकॉल की खूब धज्जियां उड़ाई गईं।