वाराणसी। जिले में शुक्रवार की रात BHU के मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ्य (MCH) विंग के ओपीडी में फॉल्स सीलींग गिर गई। संयोग अच्छा था कि रात का समय था, कोई मरीज या तीमारदार मौके पर मौजूद नहीं था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को इस विंग का उद्घाटन किया था। लेकिन 36 घंटे के भीतर इसके निर्माण की पोल खुल गई। अब प्रशासन अपनी खामी को छुपाने में जुट गया है। अस्पताल के एमएस प्रो. केके गुप्ता का कहना है कि फॉल्स सीलिंग गिरी नहीं थी बल्कि खोली गई थी।
परखा गया था MCH विंग का कोना-कोना
45.50 करोड़ रुपए की लागत से बने 100 बेड के MCH विंग का 15 जुलाई को प्रधानमंत्री मोदी ने BHU में सभा के बाद निरीक्षण किया था। उनके निरीक्षण के मद्देनजर MCH विंग का एक-एक कोना चेक किया गया था। इसके बावजूद नवनिर्मित बिल्डिंग की फॉल्स सीलिंग का गिरना कई सवाल खड़े कर रहा है।
अभी ओपीडी भी शुरू नहीं
MCH विंग में लोकार्पण के अगले दिन यानी 16 जुलाई को ओपीडी शुरू करने की बात एमएस प्रो.केके गुप्ता ने कही थी। फिलहाल ओपीडी शुरू नहीं हो पाई है और अब एमएस का कहना है कि 19 जुलाई से ओपीडी शुरू करा दी जाएगी।
वायरिंग के काम के लिए खोली गई थी फॉल्स सीलिंग
एमएस प्रो. केके गुप्ता ने कहा कि फॉल्स सीलिंग गिरी नहीं थी बल्कि खोली गई थी। फॉल्स सीलिंग के अंदर से ही टेलीफोन और इंटरनेट का केबल वगैरह सब ले जाना था। जब उनसे पूछा गया कि अगर खोली गई थी तो फॉल्स सीलिंग टूट कर गिर क्यों गई, इस पर उन्होंने कुछ नहीं कहा और यही जवाब दिया कि सब कुछ दुरुस्त कराया जा रहा है। इसके साथ ही MCH विंग में फिलहाल किसी की भी आवाजाही प्रतिबंधित की गई है।