वाराणसी। शिवपुर थानाक्षेत्र में गनेशपुर रेलवे क्रासिंग के पास शनिवार सुबह मिली मनीष कुमार नामक टैक्सी ड्राइवर की डेड बॉडी और उसकी हत्या से जुड़े राज़ वाराणसी पुलिस की तत्परता से 24 घंटे के अंदर ही उजागर हो गया। पुलिस ने हत्या में शामिल दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार इनमें से एक हत्यारोपी मृतक मनीष का दोस्त था और उसे मारकर उसकी कार लूटने की साजिश में शामिल हैं।
डीसीपी काशी जोन अमित कुमार और एसीपी कैंट अभिमन्यु मांगलिक ने शिवपुर थाने में शनिवार रात दोनों हत्यारोपियों को मीडिया के सामने पेश किया है। उन्होंने बताया कि सुबह पटेल नगर निवासी ओमप्रकाश शर्मा ने तहरीर दी थी कि उनके बेटे मनीष कुमार शर्मा की डेड बॉडी गनेशपुर रेलवे क्रासिंग के पास से मिली है। प्रथम दृष्टया डेड बॉडी देखकर हत्या की आशंका जतायी गयी थी। इसपर मुकदमा कायम कर के जांच पड़ताल शुरू की गयी।
टैक्सी ड्राइवर का शिवपुर में फेका मिला शव, पुलिस ने जताई हत्या की आशंका
डीसीपी काशी जोन अमित कुमार के अनुसार क्राइम ब्रांच और शिवपुर पुलिस की संयुक्त टीम गठित करते हुए मामले की छानबीन शुरू की गयी। इसमें ये तथ्य सामने आया कि लल्लापुरा निवासी विजय विश्वकर्मा उर्फ लालू और और बिहार निवासी शोहित केवट जोकि एक गाड़ी मैकेनिक है। इसमें से विजय विश्वकर्मा मनीष का दोस्त था।
पुलिस के अनुसार विजय विश्वकर्मा ने मनीष को बीती रात फोन करके बुलाया था। और पहले से तय साजिश के तहत विजय और रोहित केवल ने आपस में मशविरा किया था कि मनीष को मारकर इसकी कार लूट लेंगे और गाड़ी कटवाकर जो भी पैसे मिलेंगे वो आपस में बांट लेंगे। इसके बाद दानों ने घटना को अंजाम देने के लिये मनीष के साथ शुक्रवार रात बैठकर शराब पी। इसके बाद इंडिगो गाड़ी चला रहे मनीष को गाड़ी रुकवाकर लघुशंका का बहाना करके पीछे से काले गमछे से गला घोंटकर मार दिया। इसके बाद उसकी गाड़ी और मोबाइल लूट लिया तथा डेड बॉडी को छिपाने के लिये गनेशपुर रेलवे क्रासिंग के पास झाडियों में फेंक दिया।
24 घंटे के अंदर हत्या की इस गुत्थी को सुलझाने तथा दोनों हत्यारोपियों की गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम को शिवपुर थाना के सभी टीम को
डीसीपी काशी जोन अमित कुमार ने पुलिस टीम को 10 हजार रुपये के पुरस्कार की घोषणा की है।