पटना। पटना वीमेंस कॉलेज (PWC) के BCA विभाग की 5 छात्राओं ने एक ऐसा ब्रेसलेट बनाया है जो वीमेन सेफ्टी की दिशा में एक नजीर साबित होगा। ब्रेसलेट को सेफलेट का नाम दिया है। छात्राओं के इस इनोवेशन को अब नेशनल लेवल पर पहचान मिल गई है। मिनिस्ट्री और एजुकेशन इनोवेशन सेल, एआईसीटीई द्वारा आयोजित नेशनल इनोवेशन कॉन्टेस्ट में छात्राएं फाइनलिस्ट के रूप में चयनित हुई है।
खास बात है कि यह बिहार की एक इकलौती टीम है जिसने इस प्रतियोगिता में भाग लिया और फाइनलिस्ट बनी। अब इन छात्राओं को 10 लाख रुपए तक की फंडिंग तो मिलेगी ही साथ ही ट्रेनिंग मिलेगी ताकि वो अपने प्रोडक्ट को बिजनेस मॉडल के रूप में विकसित कर मार्केट में उतार सकें। नूर फातिमा, खुशबू कुमारी, अंजली राय, अनामिका सिंह और सोनाली मिश्रा ने इस ब्रेसलेट को 7 महीने में तैयार किया है और इसकी लागत मात्र 4 हजार रुपए के करीब आई है।
खासियत : स्मार्टफोन की कोई जरूरत नहीं
नूर फातिमा ने बताया कि इस ब्रेसलेट को डिजाइन करने के पीछे का कारण वुमेन सेफ्टी है। लड़की होने के नाते हमने ऐसा ही प्रोडक्ट चुना जो लड़कियों की मुख्य समस्या को सुलझा सके। इस ब्रेसलेट को पहनने के बाद अगर आप किसी ऐसी परिस्थिति में आते हैं तो आपके एक टच से ये अलार्म बजाएगा। ये अलार्म एक किलोमीटर के एरिया में सुनाई देगा। इतना ही नहीं उस एक टच के साथ रजिस्टर्ड नंबरों पर मैसेज भी चला जाएगा। इस मैसेज के साथ GPS ट्रैकर और गूगल मैप के जरिए आराम से लोकेशन ट्रैक कर उनके पास जा सकते हैं।
मार्केट में सिर्फ हजार से 1500 रुपए में होगा उपलब्ध
प्रतियोगिता में फाइनलिस्ट के तौर पर छात्राओं का प्रोडक्ट और आइडिया चयनित हुआ है। अब भारत सरकार के मेंटर इन्हें गाइड करेंगे और ये इस प्रोडक्ट को बिजनेस मॉडल का रूप देकर मार्केट में उतारा जाएगा। नूर फातिमा ने बताया कि अभी ब्रेसलेट का साइज बड़ा है। उसको मिनिएचर फॉर्म में लाने की कोशिश कर रहे हैं ताकि आराम से पहना जा सके। साथ ही इसकी कीमत एक हजार से लेकर 1500 रुपए तक होगी ताकि कॉलेज और युवा लड़कियां इसको आसानी से अफोर्ड कर सकें। छात्राओं ने बताया कि कॉलेज के इनोवेशन सेल और उसके प्रमुख आलोक जॉन से उन्हें काफी मदद ली। BCA विभाग के शिक्षकों ने भी काफी सपोर्ट किया।