उत्तर प्रदेश प्रदेश लेटेस्ट न्यूज़

अक्टूबर के पहले सप्ताह तक पूरा हो जाएगा राम मंदिर की 44 लेयर नींव का निर्माण

अयोध्या। गुरुवार को दूसरे दिन श्रीराम मंदिर निर्माण समिति की बड़ी बैठक शुरू हो गई है। बैठक सुबह 9:30 बजे से सर्किट हाउस में चल रही है। समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र कीअध्यक्षता में बैठक चल रही है। इस बैठक में राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय, ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र,आर्किटेक्ट आशीष सोमपुरा शामिल हैं। इसके अलावा बैठक में निर्माण एजेंसी लार्सन एंड टूब्रो और टाटा कंसल्टेंसी के इंजीनियर भी मौजूद हैं।

अक्टूबर तक राम मंदिर की नींव के सभी 44 लेयर बनकर तैयार

बुधवार से अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण समिति की बड़ी बैठक हो रही है जो दो दिनों तक चलेगी। पहले दिन की बैठक के बाद ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्र ने बताया अक्टूबर के प्रथम सप्ताह तक राम मंदिर की नींव के सभी 44 लेयर बनकर तैयार हो जाएंगे। अभी 18 लेयर का काम पूरा हो चुका है।

नवंबर माह से राम मंदिर के दीवारों के निर्माण का काम शुरू

राम मंदिर निर्माण समिति की दूसरे सत्र की बैठक ढाई घंटे तक चली। अनिल मिश्र ने बताया कि आगामी नवंबर माह से राम मंदिर के दीवारों के निर्माण का काम शुरू होगा। राम मंदिर निर्माण में लगी सभी एजेंसियों के साथ वार्ता चल रही है।

मजदूरों को अयोध्या बुलाने पर हुई चर्चा

पहले दिन यहां सर्किट हाउस में राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक हुई। राजस्थान के भरतपुर से पत्थर व उसकी नक्काशी के लिए करीब एक हजार मजदूरों को अयोध्या बुलाने पर चर्चा हुई। राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष व यूपी कैडर के पूर्व आईएएस नृपेंद्र मिश्र ने बैठक की अध्यक्षता की। इसमें राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चम्पत राय, ट्रस्टी डॉ अनिल मिश्र, विमलेंद्र मोहन मिश्र, एलएंडटी, टाटा कंसल्टेंसी के इंजीनियर, आर्किटेक्ट आशीष सोमपुरा शामिल रहे।

नृपेंद्र मिश्र ने बुधवार को मंदिर के नींव निर्माण के काम का लिया जायजा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सलाहकार रहे यूपी कैडर के पूर्व IAS नृपेंद्र मिश्र बुधवार को ही अयोध्या पहुंचे गए थे। वह राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन हैं। बैठक से पहले समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र ने रामलला के दर्शन किए और मंदिर के नींव निर्माण के काम का जायजा लिया था।

बैठक में ट्रस्ट पर भ्रष्टाचार के दाग का मुद्दा सबसे खास

बताया जा रहा है कि अयोध्या में 14 से 16 जुलाई तक होने जा रही बैठक में ट्रस्ट पर भ्रष्टाचार के दाग का मुद्दा सबसे खास है। ट्रस्टियों व संघ की ओर से इस मामले में नरम रुख के बावजूद इस मुद्दे पर सबसे अहम फैसला केंद्र सरकार का होगा। ट्रस्ट पर जमीन घोटाले का आरोप लगने के बाद नृपेंद्र मिश्र पहली बार अयोध्या पहुंचे हैं। बैठक में केंद्र सरकार को ट्रस्ट द्वारा भेजी गई रिपोर्ट की भी जांच की उम्मीद बढ़ी है।

मंदिर निर्माण के साथ-साथ उसकी सुरक्षा बेहद महत्वपूर्ण

ट्रस्ट पर जमीन घोटाले के बाद होने जा रही मंदिर निर्माण समिति की यह बैठक कई मायनों में बेहद महत्वपूर्ण है। सूत्रों के अनुसार मंदिर निर्माण के साथ-साथ उसकी सुरक्षा को लेकर भी इस बैठक में महत्वपूर्ण चर्चा होनी है। लखनऊ में पकड़े गए आतंकियों के बाद अयोध्या के मंदिर कि सुरक्षा का मामला महत्वपूर्ण हो चला है। मंदिर निर्माण के साथ-साथ उसकी सुरक्षा बेहद महत्वपूर्ण हो चली है। ट्रस्ट इसकी मॉनिटरिंग करेगा।

अधिकारियों से मुलाकात कर आवश्यक जानकारी ली

सूत्रों की माने तो मंदिर निर्माण से संबंधित जानकारियों को साझा करने से बचा जा सकता है। सुरक्षा के लिए और कठोर नियम बनाए जा सकते हैं। बैठक के लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, सदस्य डॉ अनिल मिश्र, निर्मोही अखाड़ा के महंत दिनेंद्र दास अयोध्या में है। बैठक से पूर्व नृपेंद्र मिश्र ने अयोध्या धाम पहुंचकर रामलला व हनुमानगढ़ी में दर्शन भी किया। इससे पहले उन्होंने सर्किट हाउस में कमिश्नर एमपी अग्रवाल डीएम अनुज झा व एसएसपी शैलेश पांडे ने की मुलाकात कर आवश्यक जानकारी ली।

मंदिर परिसर के आसपास की जमीनें खरीद रहा ट्रस्ट

  • राम मंदिर ट्रस्ट को 70 एकड़ जमीन केंद्र सरकार की तरफ से मिली थी। ये वो जमीन थी जिसे केंद्र सरकार ने अधिग्रहित किया था।
  • ट्रस्ट ने मंदिर के विस्तार का प्लान बनाया। इसके लिए अब 108 एकड़ चाहिए। पहले
  • मंदिर परिसर 3 एकड़ में बना था, जिसे अब 5 एकड़ में बनाया जाएगा।
  • इसके आसपास के 70 एकड़ जमीन की खरीदारी हो रही है।
  • हाल ही में ट्रस्ट ने पास के दो मंदिरों को भी 4-4 करोड़ रुपए में खरीदा है।
  • जिन लोगों से ये जमीन ली जा रही है उन्हें दूसरी जगह स्थापित भी कराया जा रहा है।
  • कोर्ट फीस और स्टाम्प पेपर की खरीदारी ऑनलाइन की जा रही है।

Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *