मेरठ। कोरोना महामारी ने स्पोर्ट्स इंडस्ट्री को भी पूरी तरह से बदल दी है। यहां क्रिकेट के लिए बैट और टेबल टेनिस के लिए टेबल तैयार करने वाली स्पोर्ट्स कंपनियों ने बड़े पैमाने पर कोरोना से लड़ने के लिए इक्यूपमेंट्स तैयार किए। ये कंपनियां ऑक्सीजन कंसंट्रेटर से लेकर मास्क, पीपीई किट और ग्लोब्स तक तैयार कर रहीं हैं। यहां चीनी मिलें अब ऑक्सीजन प्लांट बनाने के काम में जुटी हुई हैं।
जून में 2 हजार कंसंट्रेटर सप्लाई किए
स्टैग इंटरनेशनल के विक्टोरिया पार्क की इकाई में दिन रात ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बनाने का काम चालू हैं। स्टैग इंटरनेशनल के को-चेयरमैन विवेक कोहली के अनुसार तेजी से ऑक्सीजन कंसंट्रेटर तैयार हो रहे हैं। जून अंत तक 2 हजार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर निजी अस्पतालों को सप्लाई किए जाएंगे। 10हजार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और तैयार हो रहे हैं। 20 लीटर क्षमता के ऑक्सीजन कंसंट्रेटर तैयार कर रहे हैं। यूएस की कंपनी ऑक्सीकिट के साथ मिलकर ये कंसंट्रेटर बना रहे हैं। शहर की अन्य खेल इकाईयां वेंटिलेंटर और ऑक्सीजन प्लांट सेटअप पर भी काम कर रही हैं।
खेल उपकरण निर्माण का सेटअप दे रहा सहयोग
क्रिकेट का बल्ला, गेंद, फुटबॉल व एथलेटिक्स उपकरण बनाने के लिए विश्वप्रसिद्ध है। स्पोर्ट्स सिटी को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बनाने में इसी का लाभ मिल रहा है।
खेल उपकरण बनाने वाली इकाईयों के पास ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में लगने वाले फ्लो पाइप, बॉडी कवर मटेरियल, प्रेशर पाइप तैयार करने के लिए कच्चा माल और सेटअप पहले से मौजूद है। इस कच्चे माल और सेटअप से ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बनाने में मदद मिल रही है। इसका लाभ खेल उपकरण निर्माता इकाईयों को मिल रहा है। उन्हें कंसंट्रेटर बनाने के लिए पूरा सेटअप लगाने की जरूरत नहीं है।
कोविड की पहली लहर में मेरठ की इंडस्ट्री का योगदान
- मेरठ की 70 बड़ी इंडस्ट्री ने पीपीई किट, मास्क, फेस शील्ड, ग्लव्ज बनाकर देशभर में सप्लाई किए।
- स्टैग इंटरनेशनल, भल्ला इंटरनेशनल, वत्स स्पोर्ट्स सहित 05 बड़ी यूनिट ने पीपीई किट, मास्क का बडे़ पैमाने पर उत्पादन किया।
- यहां पीपीई किट व सुरक्षा उपकरण टाटा, एम्स, भारतीय रेलवे, सेना, आरएएफ बीएसएफ, आरएएफ, राज्यों की पुलिस, नगर निगमों व निजी अस्पतालों को सप्लाई हुए।
- मेरठ की माहेश्वरी वायर्स ने कोरोना जांच किट की डाई में लगने वाले ईडीएम वायर सप्लाई किए। सप्लाई अभी भी चल रही है।
- भारत हैवी इलेक्ट्रिक्लस द्वारा बनने वाले वेंटिलेटर के लिए मेरठ की वायर इकाईयों ने टेफलॉन वायर सप्लाई किया
चीनी मिलों ने पहले सेनेटाइजर बनवाया, अब ऑक्सीजन प्लांट बनाने में जुटीं
महामारी में मेरठ की चीनी मिलों ने पूरी ताकत से लोगों की जिंदगी बचाने में साथ दे रही हैं। पहले सेनेटाइजर बनाकर चीनी मिलों ने जनता को सुरक्षा चक्र दिया अब ऑक्सीजन प्लांट लगाकर चीनी मिलें संक्रमण से सुरक्षा दे रहीं हैं। मेरठ की दौराला शुगर मिल सीएचसी दौराला पर ऑक्सीजन प्लांट लगा रही है। मवाना शुगर मिल समूह ऑक्सीजन प्लांट लगा रहा है। चीनी मिलें 20 किलोलीटर प्रति घंटे की क्षमता वाले प्लांट लगवा रहीं हैं। जो 24 घंटे मरीजों को ऑक्सीजन देंगे। इन संयंत्रों द्वारा लगभग 100 बेड पर एक साथ ऑक्सीजन सप्लाई हो सकेगी। कोरोना महामारी में मेरठ की चीनी मिलों ने योद्धा बनकर कोरोना संक्रमण से लोगों की रक्षा की है। कोरोना की पहली लहर में मेरठ की चीनी मिलों ने बडी मात्रा में सेनेटाइजर बनाकर देशभर में सप्लाई किया। देश में सेनेटाइजर का संकट दूर हुआ। दौराला शुगर मिल ने 500 एमएल से 01 लीटर की बोतल, 05 लीटर से 35 लीटर की केन और 200 लीटर का बैरल बनाकर सप्लाई किया। प्रतिदिन 10हजार लीटर सेनेटाइजर का उत्पादन किया। मवाना शुगर मिल ने सेनेटाइजर बनाने में इस्तेमाल होने वाले एक्स्ट्रा न्यूट्रल अल्कोहल तैयार किया।