वाराणसी। चौबेपुर थाने की पुलिस ने 7 माह से गायब छात्रा को गुजरात से बरामद किया है। छात्रा के अपहरण के आरोप में उसकी कोचिंग सेंटर के मास्टर और उसके भाई-बहन भी गिरफ्तार किए गए हैं। आरोपी कोचिंग मास्टर की गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित था। पुलिस ने कोचिंग मास्टर और उसके भाई-बहन को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया। वहीं गर्भवती छात्रा को मेडिकल मुआयना और उसका कलमबंद बयान दर्ज कराने के लिए उसे नारी संरक्षण गृह में रखा गया है।
कोचिंग में पढ़ने के दौरान हुआ था प्यार
गिरफ्तार चौबेपुर निवासी राहुल यादव ने बताया कि वह फिजिक्स और मैथ से एमएससी उत्तीर्ण है। जब उसे नौकरी नहीं मिली तो वह चौबेपुर स्थित अपने घर में इंटरमीडिएट तक के छात्र-छात्राओं को कोचिंग पढ़ाने लगा। कोचिंग पढ़ाने के दौरान ही उसे कसिहर नारायनपुर की 11वीं का छात्रा से प्यार हो गया। दोनों के प्यार की भनक छात्रा के घर वालों को लगी तो वह राहुल को धमकाने लगे। इससे डर कर वह 6 जनवरी 2021 को छात्रा को लेकर दिल्ली में रहने वाली अपनी मौसेरी बहन के पास चला गया। इसके साथ ही उसने अपने मां-बाप, मौसी, मौसेरी बहन और मामा को अपनी प्रेम कहानी के बारे में बता दिया।
राहुल ने बताया कि उसके मामा उसे और छात्रा को दिल्ली से प्रयागराज लाए। प्रयागराज से दोनों को सोनभद्र में रहने वाली उसकी अध्यापिका बहन के पास उसे भेज दिए। मौसेरी बहन ने घर में नहीं रहने दिया तो मौसेरे बहनोई दोनों को लेकर अपने दोस्त के पास बिहार के खरौली गए। मौसेरे बहनोई द्वारा दी गई आर्थिक मदद की बदौलत दोनों उनके दोस्त के यहां लगभग 2 माह तक रहे। इसके बाद मौसेरे बहनोई दोनों को वापस प्रयागराज लाए और पैसे देकर मुंबई की ट्रेन में बैठा दिए।
मुंबई जाने पर रिश्तेदारी के एक अन्य बहनोई मिले। उन्होंने काम दिलाया लेकिन मुंबई शहर महंगा होने के कारण गुजर-बसर मुश्किल थी। इसलिए वह उन्हीं बहनोई की मदद से उनकी दोस्त के पास सूरत चला गया। सूरत में उसने और छात्रा ने मंदिर में शादी की। इसके बाद दोनों पति-पत्नी की तरह रहने लगे और वह फिर एक कोचिंग में पढ़ाने लगा। इसी बीच छात्रा गर्भवती भी हो गई।
याचिका दाखिल होने की सूचना पाकर घर आया
राहुल ने बताया कि वह अपने छोटे भाई रोहित के नियमित संपर्क में था। उसी से पता लगा कि छात्रा के घर वालों ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर दी है और दोनों को हर हाल में पेश होना होगा। इस पर दोनों जुलाई 2021 में वापस वाराणसी आए तो पता लगा कि पुलिस परिजनों को बहुत ज्यादा परेशान कर रही है। इसके बाद वह प्रयागराज जाकर अधिवक्ताओं से संपर्क किया और हाईकोर्ट में अधिवक्ता जब कहते तो वह दोनों पेश हो जाते। इसी बीच वह दोनों फिर सूरत लौट गए और पुलिस आकर उन्हें पकड़ ली। राहुल ने कहा कि उसने कोई अपराध नहीं किया है। वह और उसकी पत्नी अदालत में अपना बयान देकर खुद को निर्दोष साबित करेंगे।
उधर, राहुल के भाई रोहित और बहन अन्नू उर्फ रीतू ने कहा कि पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर गलत कर रही है। उनका कोई कसूर नहीं है। वह तो अपने भाई और भाभी की प्रेम कहानी को सुखद अंजाम तक पहुंचाना चाहते थे। भाई और भाभी दोनों एक-दूसरे के साथ जीवन गुजारने को तैयार हैं तो भला किसी और को दिक्कत क्यों है। वहीं चौबेपुर थाना प्रभारी राजेश त्रिपाठी ने बताया कि छात्रा का कलमंबद बयान मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज कराया जाएगा। उसके बाद अदालत का जो भी आदेश होगा उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।