अलीगढ़। जिले में ड्यूटी में लापरवाही बरतने पर बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) ने एक शिक्षक को निलंबित कर दिया है। जबकि बिना सूचना के गायब रहने पर एक शिक्षिका को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसके अलावा जांच में 6 स्कूल बंद पाए जाने पर वहां के हेड मास्टर, सहायक अध्यापक, अनुदेशक व शिक्षामित्रों का 1 दिन का वेतन काटने का आदेश जारी किया है।
शिक्षक धर्मेन्द्र पर मुकदमा दर्ज
बेसिक शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक गोंडा ब्लाक के संविलियन विद्यालय नगला भुविया में कार्यरत सहायक अध्यापक धर्मेंद्र कुमार के खिलाफ आईपीसी की धाराओं में मुकदमा पंजीकृत है। इसके साथ ही वह 20 मई से लगातार न्यायिक हिरासत में चल रहे हैं। ब्लॉक शिक्षा अधिकारी की रिपोर्ट पर बीएसए ने उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
5 महीने से बिना सूचना ड्यूटी से गायब चल रही हैं पूजा
वहीं पिछले 5 महीने से लगातार बिना सूचना दिए ड्यूटी से अनुपस्थित चल रही गोंडा ब्लॉक के संविलियन विद्यालय जमौ की सहायक अध्यापिका पूजा को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि पूजा 20 फरवरी 2021 से लगातार अनुपस्थित चल रही है। उन्होंने विभाग को कोई सूचना भी नहीं दी है। इसके पहले भी वह कई बार बिना सूचना दिए स्कूल से अनुपस्थित रह चुकी हैं। शिक्षिका को निर्देशित किया गया है कि वह 10 अगस्त 2021 को बेसिक शिक्षा अधिकारी के सामने उपस्थित होकर अपना स्पष्टीकरण दें। यदि वे ऐसा नहीं करती हैं तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
छह स्कूलों के कर्मचारियों का काटा गया वेतन
अलग-अलग ब्लॉकों से ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों ने बीएसए को रिपोर्ट दी है। जिसमें जांच के दौरान 6 स्कूल बंद पाए गए। जिसके बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी ने इन विद्यालयों में कार्यरत हेड मास्टर, सहायक अध्यापक, अनुदेशक व शिक्षामित्रों का 1 दिन का वेतन काट दिया है। इसमें प्राथमिक विद्यालय नगला गिरिधरपुर, प्राथमिक विद्यालय श्यामपुर, उच्च प्राथमिक विद्यालय लालपुर, उच्च प्राथमिक विद्यालय चीमनपुर, उच्च प्राथमिक विद्यालय बलवंत नगरीय व उच्च प्राथमिक विद्यालय चांदपुर के कर्मचारियों का 1 दिन का वेतन काटा गया है।
ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों की रिपोर्ट पर कार्रवाई
बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) सत्येंद्र कुमार ने बताया कि ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों की रिपोर्ट के अनुसार लापरवाही करने वाले व नियम विरुद्ध काम करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। इसके बाद भी अगर इन शिक्षकों में सुधार नहीं होता है तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।