वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में कोरोनावायरस ने तेजी से संक्रमण को बढ़ा दिया है। शहर की सीमाएं सील कर दी गई हैं। नौ प्वाइंट बनाकर पुलिस ने बैरिकेडिंग कर दी है। सही वजह होने पर ही शहर में दाखिल होने दिया जाएगा। वहीं आरोप है कि BHU सर सुंदरलाल अस्पताल में खराब स्वास्थ्य व्यवस्था के चलते भौतिक विज्ञान के रिसर्च फेलो अभय जायसवाल की कोविड के चलते मौत हो गई। परिजनों के मुताबिक वह स्ट्रेचर पर ही तड़पता रह गया। ICU में बेड, वेंटिलेटर न मिलने से उसकी मौत हो गई।
अभय की बहन ने कहा किसी ने फरियाद नहीं सुनी
मंगलपुर निवासी अभय ने BHU से B.Sc करने के बाद IIT दिल्ली से M.Sc पूरी की और फिलहाल वे BHU भौतिक विज्ञान से रिसर्च फेलो थे। अभय छित्तूपुर में किराये के मकान में रहते थे। मृतक की बहन अमृता ने बताया माता पिता पहले ही नहीं थे। अब भाई भी नहीं रहा। वही परिवार संभालता था। कई सीनियर डॉक्टरों से गुहार लगाई लेकिन किसी ने भी नहीं सुना। घंटों स्ट्रेचर पर ही भाई तड़पता रहा। BHU के जिम्मेदार लोगों का कहना है कि उसकी हालत पहले से ही खराब थी।
ऑक्सीजन की किल्लत से भी लोग परेशान हैं
जिले में चार सरकारी और नौ निजी अस्पताल कोविड मरीजों पर कार्य कर रहे हैं। स्थिति इतनी खराब है कि बुधवार को कई परिजन ऑक्सीजन के लिए जगह जगह भटकते रहे। कोविड अस्पताल में दूसरे मरीजों को भी नहीं लिया जा रहा है। निजी अस्पतालों के डॉक्टरों से फोन पर बात करने पर उनका कहना है कि जितनी सुविधा है उतने ही मरीज ले रहे हैं। मुश्किल से ऑक्सीजन गंभीर मरीजों को दिया जा रहा है। आम दिनों में करीब 800 सिलेंडर लगते थे, अब 2500 से ज्यादा की डिमांड हो गई है। एक सिलेंडर में सात क्यूबिक मीटर ऑक्सीजन होता है।
बिना मास्क वालों पर अभियान चला कर जुर्माना
कमिश्नरेट क्षेत्र में 13 अप्रैल तक अभियान चलाकर बिना मास्क पहने 8335 लोगों से अभी तक 4 लाख 14 हजार रुपये जुर्माना वसूले हैं। 979 वाहनों से पांच लाख 35 हजार रुपये वसूला गया है। बुधवार शाम तक आई रिपोर्ट में 1484 लोग नए संक्रमित पाए गए हैं। एक्टिव केस 9776 पहुंच गए हैं। जिले में कुल केस 33,948 और 23,761 लोग स्वस्थ और 411 लोगों की मौत हो चुकी है।