वाराणसीं। रुद्राक्ष अंतराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर के लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बुधवार की दोपहर 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ जापान के राजदूत सातोषी सुजुकी वाराणसी पहुंचे। जापान के राजदूत के साथ उनकी पत्नी चीकागे सुजुकी भी वाराणसी आई हैं। जापानी प्रतिनिधिमंडल को नदेसर स्थित होटल गेटवे में ठहराया गया है। गुरुवार को लोकार्पण का कार्यक्रम संपन्न होने के बाद जापानी प्रतिनिधिमंडल भगवान बुद्ध की प्रथम उपदेश स्थली सारनाथ जाएगा। इसके बाद जापानी प्रतिनिधिमंडल गंगा में नौकायन करेगा।
रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में सुरक्षा का 3 स्तरीय घेरा
रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में सुरक्षा का 3 स्तरीय घेरा बनाया गया है। सेंटर में आने वाले प्रबुद्धजनों को अपनी आरटीपीसीर निगेटिव जांच रिपोर्ट लेकर आना होगा। यहां आने वाले लोग झोला या कोई अन्य सामान अपने साथ लेकर प्रवेश नहीं कर पाएंगे। विदेशी अतिथियों को प्रधानमंत्री रुद्राक्ष का मॉडल स्मृति चिह्न के तौर पर देंगे और उनका अभिनंदन बनारसी जरदोजी से बने अंगवस्त्रम से करेंगे। स्मृति चिह्न और अंगवस्त्रम डॉ. रजनीकांत की देखरेख में हस्तशिल्पी रामेश्वर सिंह व राजकुमार और मुमताल अली ने तैयार किया है। कन्वेंशन सेंटर में कार्यक्रम के दौरान कोविड-19 की गाइडलाइन का पूरा ध्यान रखा जाएगा और इसी के हिसाब से बैठने की व्यवस्था भी की गई है।
ड्यूटी प्वाइंट पर तैनात हुई फोर्स, सीपी ने की ब्रीफिंग
पुलिस लाइन में बुधवार को प्रधानमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था में तैनात होने वाले पुलिस और पीएसी के जवानों को पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने उनकी ड्यूटी के बारे में बताया। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि कोई भी अपना ड्यूटी प्वाइंट तब तक नहीं छोड़ेगा जब तक वीवीआई बाबतपुर एयरपोर्ट से नई दिल्ली के लिए उड़ान न भर लें। प्रधानमंत्री के हेलीकॉप्टर जैसे ही शहर से बाबतपुर एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरेंगे सभी ड्यूटी प्वाइंट चेक किए जाएंगे।
सुरक्षा व्यवस्था के नाम पर किसी से दुर्व्यवहार की शिकायत नहीं आनी चाहिए लेकिन कहीं लापरवाही भी नहीं होनी चाहिए। फोर्स को आम जनता पर खुद को फोकस करना है और वीवीआईपी की ओर नहीं देखना है। यातायात व्यवस्था पर वीवीआईपी मूवमेंट का असर नहीं दिखना चाहिए और रूट डायवर्जन की व्यवस्था को थानों की पुलिस और ट्रैफिक पुलिस बेहतर तरीके से लागू कराए। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि कहीं भी कोई लावारिस सामग्री दिखे तो उस स्थान को तत्काल खाली करा लें। इसी तरह से किसी व्यक्ति की गतिविधि संदिग्ध प्रतीत हो तो उससे तत्काल पूछताछ कर उसके बारे में पता लगाया जाए।