वाराणसी। वाराणसी स्थित BHU के सोशल साइंस फैकल्टी के डीन प्रो. कौशल किशोर मिश्रा की एक पोस्ट पर विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल, प्रो. मिश्रा ने डॉक्टरों की योग्यता पर सवाल खड़ा करते हुए एक पोस्ट अपने सोशल मीडिया एकाउंट से किया था। जिस पर बवाल मच गया। मामला तूल पकड़ा तो लंका थाने की पुलिस ने जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया। इस घटनाक्रम पर पुलिस और प्रशासनिक अमले के अधिकारी भी नजर बनाए हुए हैं। हालांकि दैनिक भास्कर प्रोफेसर की पोस्ट की सत्यता का दावा नहीं करता।
WHO के हवाले से देश के 60 फीसदी डॉक्टरों को अयोग्य बताया
दरअसल, सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफार्म पर प्रो. कौशल किशोर की एक पोस्ट वायरल है। जिसमें लिखा था कि WHO ने कहा कि.. भारत के 60% डॉक्टर अयोग्य हैं। अब उन्हें कौन बताए कि यहां डॉक्टर योग्यता से नहीं भीम बाबा के संविधान से बनते हैं। हालांकि यह पोस्ट प्रो. कौशल किशोर ने थोड़ी ही देर बाद डिलीट भी कर दी। लेकिन तब तक मामला तूल पकड़ चुका था। कई सामाजिक संगठन इस पोस्ट पर आपत्ति जताते हुए सोशल मीडिया से लेकर पुलिस को फोन कर दिए थे। इसे लेकर पुलिस सक्रिय हुई और जांच शुरू की।
पुलिस ने कहा, जांच कर कार्रवाई करेंगे
लंका थाने की पुलिस ने बताया कि घटनाक्रम से संबंधित तहरीर मिली है। पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है। जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर प्रकरण में आगे की कार्रवाई की जाएगी। उधर, प्रो. कौशल किशोर जी के मोबाइल पर कॉल की गई तो घंटी जाने के बाद भी फोन नहीं उठा।