वाराणसी। जिले में ऑल इंडिया हिंदू लॉ पर्सनल बोर्ड संस्था का सदस्य खुद को बताकर दंपति सहित 3 लोगों द्वारा धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि तीनों ने दिव्यांग युवती को नगर निगम में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 3 लाख 80 हजार रुपए लिए। इसके बाद उसकी मां से वैष्णी देवी के दर्शन-पूजन के नाम पर 40 हजार रुपए लिए। युवती को न नौकरी मिली और न दर्शन-पूजन की बात बनी। युवती की मां अपने 4 लाख 20 हजार रुपए वापस मांगी तो उसे जान से मारने की धमकी दी गई। प्रकरण को लेकर तीनों के खिलाफ मंडुवाडीह थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।
बेटी के भविष्य की सोच कर दी थी रुपए
मंडुवाडीह थाना अंतर्गत पहाड़ी गेट की रंजू देवी के अनुसार उसके क्षेत्र में ही विनय कुमार गौड़ और उसकी पत्नी उर्मिला देवी रहती है। उर्मिला का भाई रंजन भी उसके घर लगातार आता-जाता रहता है। तीनों से उनकी जान-पहचान हुई तो उन्होंने कहा कि उनकी पहुंच ऊंची है। वह उनकी दिव्यांग बेटी खुशबू का भविष्य सुरक्षित करने के लिए नगर निगम में उसकी नौकरी लगवा सकते हैं। रंजू ने बताया कि वह अपनी बेटी के भविष्य को लेकर चिंतित रहती थी। इस वजह से तीनों की बातों में आकर उन्होंने 3 लाख 80 हजार रुपए दे दिए। इसके बाद तीनों ने उनसे वैष्णों देवी के दर्शन-पूजन के नाम पर 40 हजार रुपए लिए।
3 चेक दिए और तीनों बाउंस कर गए
रंजू देवी ने बताया कि उनकी बेटी की नौकरी नहीं लगी और वैष्णो देवी के दर्शन-पूजन का मामला भी उन्हें धोखाधड़ी समझ में आया तो वह अपने पैसे वापस मांगी। इस पर विनय ने उन्हें 60 हजार, 3 लाख 20 हजार और 40 हजार रुपए के 3 चेक दिए। तीनों चेक बैंक में जमा करने पर बाउंस कर गए। इस पर उन्होंने विनय सहित तीनों को चेक बाउंस होने की बात बता कर अपना पैसा वापस मांगा तो उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई। साथ ही यह भी कहा गया कि अब वह उनसे कभी मिलने का प्रयास नहीं करेगी। अन्यथा की स्थिति में परिणाम बुरा होगा।
इस संबंध में इंस्पेक्टर मंडुवाडीह परशुराम त्रिपाठी ने बताया कि महिला की तहरीर के आधार पर 3 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। तीनों आरोपियों के घर पूछताछ के लिए पुलिस की एक टीम भेजी जा रही है। जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर प्रकरण में आगे की कार्रवाई की जाएगी।